वर्ली में सड़क विस्तारीकरण को लेकर नागरिकों ने किया प्रदर्शन
मनपा के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. वर्ली के पूनम चेंबर के पास मारकंडेश्वर नगर में कोस्टल रोड को जोड़ने वाले प्रस्तावित सड़क विस्तारीकरण योजना को लेकर आक्रोशित स्थानीय निवासियों ने मुंबई महानगरपालिका के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. स्थानीय निवासियों के अनुसार वर्तमान में 14 फीट चौड़ी सड़क का विस्तार कर बीएमसी 18.30 मीटर चौड़ी करना चाहती है. इससे 168 निवासी और अनिवासी झोपड़ा धारकों के घर पर मनपा का हथौड़ा चल सकता है. (Citizens protest against road expansion in Worli)
मनपा सड़क विभाग ने प्रस्तावित सड़क की चौड़ाई और लंबाई बढ़ाने के लिए शनिवार को मारकंडेश्वर नगर में नोटिस लगाया है. इस नोटिस में कहा गया है कि जिनके पास घर के वैध कागजात है वे बीएमसी डी विभाग में जमा कराएं. नहीं तो उनके झोपड़ों को अवैध मानकर 7 दिन के भीतर तोड़ दिया जाएगा.
आरटीआई कार्यकर्ता संतोष दौड़कर ने कहा कि सड़क विस्तार करने की योजना बनाते समय नियमों का पालन नहीं किया गया. नागरिकों से आपत्ति और सुझाव मंगाए बिना योजना तैयार कर ली गई. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. स्थानीय निवासियों की तरफ से सड़क विस्तारीकरण की कोई मांग नहीं की गई थी. बीएमसी के पूर्व आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने इस योजना को सीधे मंजूरी दी थी जिसे वर्तमान आयुक्त भूषण गगरानी आगे बढ़ा रहे हैं.
दौंडकर ने आरोप लगाया कि आरएल सड़क को पास के नाले के ऊपर से आसानी से बनाया जा सकता है. लेकिन चार-पांच स्लम सोसाइटीज और बड़े डेवलपर्स जिनकी नजर इन झोपड़ों पर है उनके दबाव में झोपड़ावासियों को विस्थापित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान रोड़ 14 फीट चौड़ा और 200 फीट लंबा है. सड़क विस्तार करने के लिए 60 फीट चौड़ा और 500 मीटर लंबा किया जाने वाला है. इससे 168 झोपड़ा वासियों का घर तोड़ दिया जाएगा.उन्होंने कहा कि मारकंडेश्वर नगर के बगल में मनपा इंजीनियर विभाग की कॉलोनी और आरे डेयरी मिल्क की जमीन है. इस पर बड़े बिल्डरों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है.
वहीं बीएमसी अधिकारी ने कहा कि सड़क का विस्तार आवश्यक है. सड़क का विस्तार होने के बाद यह कोस्टल रोड से जुड़ जाएगा. डॉ एनी बेसेंट रोड और बस वे के अलावा प्रस्तावित मनोरंजन खेल मैदान तक पहुंच आसान होगी. दौड़कर ने कहा कि पास के नाले के ऊपर से भी सड़क निकाली जा सकती है. इसलिए हम सब सोमवार 17 फरवरी को मनपा आयुक्त से मुलाकात कर योजना को रद्द करने की मांग करेंगे. बीएमसी ने अपने कदम पीछे नहीं खींचे तो इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा.