छेड़-छाड़ की शिकायत दर्ज कराने गई वीएचपी की संयोजिका से पुलिसवालों ने की अभद्रता, कार्यकर्ता की पिटाई, पांच पुलिस वालों का तबादला

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. वाकोला पुलिस स्टेशन में अपने साथ हुई छेड़-छाड़ की शिकायत दर्ज कराने गई विश्वहिंदू परिषद (वीएचपी) की संयोजिका के साथ पुलिस स्टेशन में अभद्रता करने और एक कार्यकर्ता की पिटाई के मामले पांच पुलिस अधिकारियों का तबादला कर जांच शुरू कर दी गई है. (Policemen misbehaved with VHP convenor who went to lodge a complaint of molestation, worker beaten up, five policemen transferred)
इस गंभीर गंभीर घटना को संज्ञान में लेकर मुंबई उपनगर जिले के सह पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी को पत्र लिखकर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की है. लोढ़ा मंगलवार को पुलिस उपायुक्त मनीष कलवानी से मिलकर विस्तृत चर्चा की.
लोढ़ा ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी की संयोजक के साथ हुए अन्याय, छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराने गई, तो पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. साथ ही न्याय मांगने गए विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यकर्ता को शिकायत लेने के बजाय वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने पीट दिया. इस घटना की तस्वीरें और वीडियो उपलब्ध हैं.
मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने घटना को गंभीरता से लिया और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित और सख्त कार्रवाई की मांग की. इसके बाद उन्होंने डीसीपी मनीष कलवानी से बात की और घटना की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
उन्होंने कहा, “सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए पुलिस द्वारा अन्याय और अनुचित उत्पीड़न का शिकार होना खतरनाक है. पुलिस को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.लोढ़ा ने कहा कि आज हुई बैठक में, मैंने उपायुक्त से संबंधित अधिकारियों को अनिवार्य अवकाश पर भेजने का अनुरोध किया है. कुल 5 लोगों का स्थानांतरण किया गया है. जांच समिति की रिपोर्ट अगले छह दिनों में उपलब्ध होगी जिसके बाद दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो.
बजरंग दल कोकण प्रांत के सह संयोजक गौतम रावरिया ने बताया कि दुर्गा वाहिनी की संयोजिका अभी नाबालिग है, 16 फरवरी को वह अश्लील हरकत की शिकायत दर्ज कराने वाकोला पुलिस गई थी. वहां के अधिकारी ने एफआईआर दर्ज नहीं की उल्टे जिला संयोजक की पुलिस स्टेशन में खींच कर पिटाई की. इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर निलंबित किया जाना चाहिए.