चार मेट्रो लाइनों के लिए एक डिपो, मोघरपाड़ा में एमएमआरडीए को हस्तांतरित की गई 174 हेक्टेयर भूमि
मोघरपाडा बनेगा मेट्रो लाइन 4, 4ए, 10 और 11 का प्रमुख संचालन केंद्र

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई। मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने ठाणे जिले के मोघरपाडा में 174.01 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया। यहां मोघरपाडा में एक विश्वस्तरीय, एकीकृत मेट्रो कार डिपो विकसित किया जाएगा। सुविधाजनक स्थान पर बन रहा यह डिपो मेट्रो लाइनों 4, 4ए, 10 और 11 के संचालन और रखरखाव का मुख्य केंद्र बनेगा, जो सीएसएमटी से मीरा रोड तक फैले कुल 55.99 किमी लंबे नेटवर्क को कवर करेगा। (One depot for four metro lines, 174 hectares of land transferred to MMRDA at Mogharpada)
सर्वे नंबर 30 (पुराना सर्वे नंबर 28) में स्थित यह जमीन 16 अक्टूबर 2023 की शासन निर्णय के अनुसार ‘जहां जैसी है’ आधार पर एमएमआरडीए को हस्तांतरित की गई है, जो राज्य सरकार के महत्वपूर्ण ट्रांजिट बुनियादी ढांचे के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
चारों मेट्रो लाइनों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) डीएमआरसी ने तैयार की थी, जिसमें संचालन और समन्वय को बेहतर बनाने के लिए मोघरपाडा में एकीकृत डिपो की सिफारिश की गई थी।
सबसे बड़े मेट्रो डिपो के रूप में मोघरपाडा की अहम भूमिका
मोघरपाडा डिपो को मेट्रो लाइनों 4, 4ए, 10 और 11 के लिए एक अहम कमांड और मेंटेनेंस हब के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि मेट्रो सेवाएं बिना किसी रुकावट के और उच्च गुणवत्ता के साथ जारी रह सकें।
• ऑपरेशन बंद रहने के घंटों में ट्रेनों को खड़ा करना, ताकि पीक टाइम में तुरंत सेवा शुरू हो सके।
• हर ट्रेन की समय-समय पर मेंटेनेंस और बड़े स्तर की जांच-पड़ताल।
• जरूरी उपकरणों को हटाकर नए लगाना और उसके बाद पूरी जांच, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और भरोसेमंद संचालन सुनिश्चित हो सके।
• ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) और डिपो कंट्रोल सेंटर (डीसीसी) के ज़रिए कंट्रोल सिस्टम को एकीकृत करना, जिससे ट्रेन और डिपो दोनों की निगरानी में तालमेल बना रहे।
ये सभी सुविधाएं मिलकर मुंबई मेट्रो नेटवर्क में दीर्घकालिक दक्षता, भरोसेमंद संचालन और भविष्य में विस्तार की नींव रखेंगी।
मोघरपाडा मेट्रो डिपो में मिलेंगी ये प्रमुख सुविधाएं
मोघरपाडा डिपो में निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध होंगी:
• बड़े स्तर की मरम्मत और देखभाल के लिए 10 वर्कशॉप लाइनें
• रोजाना निरीक्षण के लिए 10 इंस्पेक्शन लाइनें
• रातभर ट्रेनों को रखने के लिए 64 स्टेबलिंग लाइनें
• पहियों की प्रोफाइलिंग के लिए अंडरफ्लोर व्हील लेथ
• स्वचालित और भारी क्षमता वाली ट्रेन वॉश प्रणाली
• अंडरफ्रेम और रूफटॉप उपकरण की सफाई के लिए ब्लो-डाउन प्लांट
• कैटेनरी वाहनों की पार्किंग और मेंटेनेंस के लिए सीएमवी वर्कशॉप
• डिपो कंट्रोल सेंटर (डीसीसी) और प्रशिक्षण कक्ष
• जरूरी स्टाफ के लिए क्वार्टर्स
टेंडर मंजूर, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
एमएमआरडीए की 276वीं कार्यकारी समिति की मंजूरी के बाद ₹905 करोड़ (सभी कर समेत) का कॉन्ट्रैक्ट मेसर्स एसईडब्ल्यू–वीएसई जेवी को दिया गया है।
13 जून 2025 को ‘नोटिस टू प्रोसीड’ (एनटीपी) जारी कर दी गई और जमीन आधिकारिक रूप से कॉन्ट्रैक्टर को सौंप दी गई है। निर्माण कार्य तुरंत शुरू किया जाएगा।
किसान-केंद्रित पुनर्वास मॉडल
सिडको के समान समावेशी विकास मॉडल को अपनाते हुए, एमएमआरडीए ने परियोजना प्रभावित किसानों के लिए एक किसान-हितैषी योजना लागू की है, जिसके तहत विकसित भूखंड दिए जाएंगे ।
• पट्टाधारी किसानों को कुल भूमि क्षेत्र का 22.5%
• अतिक्रमणकर्ताओं को कुल भूमि क्षेत्र का 12.5%
एक मास्टर लेआउट तैयार किया गया है, जिसमें 18 मीटर चौड़ी मुख्य सड़कें और 12 मीटर चौड़ी आंतरिक सड़कें होंगी, ताकि बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो सके। विकसित भूखंड 36 महीने के भीतर सौंपे जाएंगे।
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 22 जनवरी और 7 फरवरी 2025 को माननीय परिवहन मंत्री श्री प्रताप सरनाईक और ठाणे जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विस्तृत जनसुनवाइयां आयोजित की गईं। किसानों की चिंताओं का पूरी तरह समाधान किया गया। इसके बाद 198 ऑफर लेटर जारी किए गए (167 पट्टाधारकों को और 31 अतिक्रमणकर्ताओं को)।
*बदलाव लाएंगी मेट्रो लाइनें 4 और 4ए*
चालू होने के बाद मेट्रो लाइन 4 और 4ए से मिलने वाले फायदे:
• यात्रा में लगने वाला समय 50% तक घटेगा
• हर दिन करीब 12 लाख यात्री कर सकेंगे सफर
• अब तक उपेक्षित इलाकों को भी मिलेगी आसान मेट्रो कनेक्टिविटी
• ट्रैफिक जाम और वाहनों से होने वाले प्रदूषण में आएगी बड़ी कमी
• पूर्वी उपनगर और ठाणे क्षेत्र विकास की नई रफ्तार पकड़ेगा
*मुंबई के ट्रांजिट विज़न को मिलेगी नई ताकत*
मोघरपाडा डिपो को ‘सरकार की शीर्ष प्राथमिकता’ माना गया है और यह मुंबई की एकीकृत शहरी परिवहन नीति का अहम हिस्सा है।
• मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट को एकसाथ जोड़ने वाली सुविधाजनक व्यवस्था
• 55.99 किमी लंबे मेट्रो नेटवर्क में भरोसेमंद संचालन की
• टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर के ज़रिए दीर्घकालिक आर्थिक विकास की
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि
एमएमआरडीए द्वारा मोघरपाडा की जमीन का समय पर अधिग्रहण मुंबई की मेट्रो प्रणाली के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। मेट्रो लाइनों 4, 4ए, 10 और 11 के निर्बाध जुड़ाव के साथ यह डिपो संचालन की दक्षता, लाइनों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी और यात्रियों की सहूलियत को नई ऊंचाई देगा। यह उपलब्धि ‘नव महाराष्ट्र’ की आकांक्षाओं के अनुरूप टिकाऊ और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट ढांचे के विस्तार के हमारे लक्ष्य को गति देती है। उपमुख्यमंत्री व एमएमआरडीए अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि
मोघरपाडा में एकीकृत मेट्रो डिपो का विकास मुंबई की मेट्रो व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। यह डिपो 56 किलोमीटर लंबे नेटवर्क पर फैली चार प्रमुख मेट्रो लाइनों — 4, 4ए, 10 और 11 — के सुचारू संचालन को संभव बनाएगा। यह परियोजना सिर्फ बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है; यह समावेशी विकास, बेहतर आवागमन और टिकाऊ प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पारदर्शी भूमि अधिग्रहण, किसान-केंद्रित पुनर्वास और भविष्य के लिए तैयार इंजीनियरिंग के साथ हम ऐसा बुनियादी ढांचा बना रहे हैं, जो लोगों की ज़िंदगी बदलने के साथ-साथ महाराष्ट्र को अगली पीढ़ी की शहरी परिवहन प्रणाली के लिए तैयार करता है।
एमएमआरडीए आयुक्त डॉ. संजय मुखर्जी ने कहा कि
मोघरपाडा मेट्रो डिपो मुंबई के एक बेहतर, आपस में जुड़े और यात्रियों को केंद्र में रखने वाले भविष्य की दिशा में एक मजबूत नींव है। मेट्रो लाइनों 4, 4ए, 10 और 11 के संचालन का मुख्य केंद्र बनकर यह डिपो शहर के सबसे तेज़ी से बढ़ते इलाकों में निर्बाध और भरोसेमंद सेवा सुनिश्चित करेगा। इस उपलब्धि को खास बनाता है स्थानीय किसानों का भरोसा और सहयोग, जिनसे हमने पूरे पारदर्शिता और सम्मान के साथ संवाद किया। यह डिपो केवल बुनियादी ढांचे की बात नहीं करता—यह साझा प्रगति का प्रतीक है, जहां विकास और सम्मान साथ-साथ चलते हैं।