

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. बोरीवली पुलिस ने कलयुगी बेटे को पिता के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पिता ने अपने ही बेटे के खिलाफ 2020 में एफआईआर दर्ज करवाई थी. आरोपी बेटे ने पिता की प्रॉपर्टी पर नकली सिग्नेचर कर करीब ढाई करोड़ रुपया लोन ले लिया. इसकी जानकारी पिता को भी नहीं थी. हालांकि आरोपी बेटे को अब दो साल बाद गिरफ्तार गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अभी मामले की जांच करने में जुटी हुई है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी बेटे ने घर के कागजात लेकर नकली सिग्नेचर का इस्तेमाल कर आईडीएफसी और रतन इंडिया फायनांस से ढ़ाई करोड़ 53 हजार रुपये लोन ले लिया. इसकी जानकारी पिता को तब मिली जब दुकान में तैनात सुरक्षा रक्षक ने बैंक से आये लोन के कागजात उनके हाथ में दिए. बेटे से जब उन्होंने पूछताछ की तब वह टालमटोल करने लगा. पुलिस थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक शिकायतकर्ता ने साल 2010 में बोरीवली के मोक्ष प्लाजा में जी 5 दुकान खरीदी, 2012 में एफ 2 और 2019 में एफ 1 दुकान खरीदी. पिता ने जब दुकान खरीदी थी तब बेटे ने यह कहकर अपने पिता से दुकान ली कि वो उसमें खुद ही बच्चों के खिलौने की दुकान डालेगा. उसने खिलौने की दुकान डाली और मेंटेनेंस के अलावा पिता को और कुछ भी नहीं दिया. वो पिता से अलग ही अपनी पत्नी के साथ रहता था. लेकिन बाद में वह थोड़े बहुत पैसे पिता को खर्च के लिए देने लगा. प्रशासन द्वारा लगाया गया लॉक डाउन खत्म होने के बाद जब सितंबर महीने में वे अपने दुकान पर गए तब दुकान बंद पाया. तभी बेटे को फोन कर पूछने पर उसने बताया कि दुकान का लाइट बिल और मेम्टेनेंस न भरने के कारण बिजली काट दी गई है. इसपर उन्होंने पूछा कि बिजली का बिल क्यों नहीं भरा इसपर जवाब देते हुए उसने कहा कि उसपर काफी कर्ज हो गया है.
इसलिए उसने दुकान पर कर्ज लिया है. जिसके बाद सात अक्टूबर को बेटा कर्ज का पेपर उनके बिल्डिंग के वाचमैन को दिया और वाचमैन ने वह पेपर शिकायतकर्ता के पास पहुंचाया. इसके बाद उनकी बेटी सुफह ने पेपर देखा तो पता चला कि 30 अगस्त 2019 को आईडीएफसी बैंक से 1 करोड़ और 24 अक्टूबर को रतन इंडिया फायनांस लिमिटेड से 1 करोड़ 53 लाख रुपये का लोन लिया गया है. पेपर पर उनके सिग्नेचर के जैसा हूबहू सिग्नेचर किया हुआ पेपर मिला, जिसपर 30 अगस्त 2019 लिखा था. लेकिन 22 अगस्त को ही शिकायतकर्ता अपनी पत्नी के साथ राजस्थान में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे और वहां से 7 सितंबर 2019 को वापस लौटे थे. इसी वजह से नकली सिग्नेचर का इस्तेमाल कर लोन लेने की वजह से पिता ने बेटे पर एफआईआर दर्ज करवाई थी. जिस बेटे पर एफआईआर दर्ज कराई गई है उसका नाम प्रमोद जैन है. अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की अधिक जांच बोरीवली पुलिस द्वारा की जा रही है.




