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तिरंगे को सैल्यूट कर आगे बढ़ गए रुसी सैनिक
यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों ने बताये हालात

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. युद्ध की विभिषिका झेल रहे यूक्रेन में हजारों भारतीय छात्र आस लगाए बैठे हैं कि मोदी सरकार उन्हें वहां से सुरक्षित वापस निकालेगी. छात्र लगातार सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं. अब तक तीन विमानों में हजार से अधिक छात्र वापस लाये गए हैं. स्वदेश वापस लौटेने वाले छात्रों में से एक कानपुर के प्रशांत की कहानी देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर देने वाली है. प्रशांत ने बताया कि वे लोग यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए पैदल आगे बढ़ रहे थे तभी सामने से आ रहे, रुसी सैनिकों को देख कर सभी ड़र गये. उनके हाथ में तिरंगा था. रुसी सैनिक नजदीक आने पर तिरंगे को सैल्यूट किया और आगे बढ़ गए.
प्रशांत ने बताया की मेरे साथ सैकड़ों छात्र रोमानिया की ओर बढ़ रहे थे की तभी रूसी सैनिकों देख कर हम सभी ड़र गए थे. लेकिन रुसी सैनिकों के आगे बढ़ जाने के बाद हमारे जान में जान आई. तिरंगे की कीमत का भी पता चला. यदि यह हमारे हाथ में नहीं होता तो..
यूक्रेन मुद्दे पर आपात बैठक
यूक्रेन में फंसे ज्यादातर छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. जो लौट आये हैं उनके चेहरे पर सुकून दिखाई दे रहा है लेकिन अब हजारों छात्र बिना खाये पिये बंकरों और शेल्टर में फंसे हुए हैं. कई जगहों पर लाइट नहीं है तो कहीं नेटवर्क नहीं है. मोदी सरकार युद्ध के बीच छात्रों को निकालने पर मंथन कर रही है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारतीय छात्रों को निकालने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों से लगातार संपर्क में हैं. रविवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन हालत पर आपात बैठक के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार अधूरा छोड़कर दिल्ली लौट आये. कुछ छात्रों ने ऑडियो संदेश भेज कर यूक्रेन में पिटाई की जानकारी दी है. छात्रों का कहना था कि यूक्रेन की पुलिस लड़कों के साथ लड़कियों की भी लात घूंसा और डंडों से पिटाई की है.