
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. फाजिलनगर (Fagilenagar) सीट पर चुनावी. शिकस्त झेलने वाले सपा के बडबोले नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का पुनर्वास किये जाने की तैयारी है. सपा सूत्रों की माने तो स्वामी को करहल सीट से विधानसभा में भेजा जा सकता है. अखिलेश यादव करहल Akhilesh yadav Kathal) सीट से इस्तीफा देकर आजमगढ़ से सांसद बने रह सकते हैं. आजमगढ़ की सभी 10 सीटों पर मिली जीत के कारण अखिलेश वहां से मुंंह नहीं मोड़ना चाहते. लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद ( Keshav prasad Maurya) का पार्टी पुनर्वास कब करेगी इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है.
सपा नेताओं के अनुसार अखिलेश यादव की मौर्य के साथ बैठक में इस पर चर्चा हुई है. अखिलेश मानते हैं और स्वामी प्रसाद के पार्टी में आने से पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. इसलिए उनका पुनर्वास कर विधानसभा में भेजा जाएगा जहां वे भाजपा को घेर सकें. अखिलेश यादव करहल सीट पर 67000 मतों से जीते थे.
योगी आदित्यनाथ के सिपहसालार रहे केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से चुनाव हार गये थे. उन्हें अपना दल (कमेरावादी) की पल्लवी पटेल ने हरा दिया था. चुनाव हारने के बाद मौर्य को भाजपा में क्या जिम्मेदारी मिलती है इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. हार के बाद केशव प्रसाद सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. वे जीतने वाले प्रत्याशियों और भाजपा के बड़े नेताओं से मिल कर जीत की शुभकामनाएं दे रहे हैं. हालांकि उनके समर्थक उन्हें एडजस्ट करने का अभियान तेज कर दिया है.
झूठी हवा ने बिगाड़ा खेल
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनके आने से सपा का जनाधार बढ़ा है. उन्हें इस बात की खुशी है. लेकिन प्रदेश में सपा की सरकार नहीं बनने पर अब सपा गठबंधन में ही कानाफूसी तेज हो गई है. महान दल के नेता केशव देव मौर्य (keshav dev maurya) ने सपा की हार का ठींकरा स्वामी प्रसाद मौर्य और ओम प्रकाश राजभर पर फोड़ा है. केशव देव ने आरोप लगाया कि सपा में शामिल हुए गठबंधन दल के बड़बोले नेताओं के कारण जीत नहीं मिल सकी.
भाजपा के लिए था अंडर करेंट
मौर्य ने कहा कि सपा गठबंधन के नेताओं ने झूठी हवा बना कर अखिलेश यादव को भी मुगालते में रखा. नेताओं के झूठेबयानों और अनर्गल प्रलाप के कारण भाजपा की ताकत का अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया. सपा नेता भाजपा के अंडर करेंट का आंकलन करने में विफल रहे.