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ठाकरे तक पहुंची ईडी की आंच,साले की संपत्ति जब्त

ईडी अधिकारी के खिलाफ जबाबी कार्रवाई

आईएनएस न्यूज नेटवर्कमुं

मुंबई.महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटणकर (Shree dhar patankar) से जुड़े पुष्पक ग्रुफ पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) मनी लांड्रिंग में कार्रवाई करते हुए 6.45 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है. ईडी ने ठाणे स्थित अपार्टमेंट के 11 फ्लैट्स सील कर दिए हैं.ईडी की यह जांच अब मुख्यमंत्री तक पहुंचने लगी है.

ईडी अधिकारी ने कहा कि श्री साईबाबा गृहनिर्मिती प्राइवेट लिमिटेड के ठाणे स्थित नीलांबरी परियोजना में 11 आवासीय फ्लैटों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है.पाटणकर ठाकरे की पत्नी रश्मि के भाई हैं जो कि साईबाबा गृहनिर्मिती प्राइवेट लिमिटेड के मालिक है. ईडी की कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र सरकार ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईडी के अधिकारी को जांच के लिए समन भेजा है. महाराष्ट्र में केंद्र और राज्य सरकार की जांच एजेंसियां एक दूसरे के आमने- सामने आ गई हैं.

बंगाल झुकेगा, न महाराष्ट्र टूटेगा.

ईडी की कार्रवाई को लेकर शिवसेना और एनसीपी ने केंद्र पर भड़क गए हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि श्रीधर माधव पाटणकर हमारे परिवार के सदस्य हैं, उनका रिश्ता महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे तक सीमित नहीं है. ईडी उन राज्यों में कार्रवाई कर रही है जहां बीजेपी सत्ता में नहीं है. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में मविआ के नेताओं और प.बंगाल में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को भी परेशान किया जा रहा है. लेकिन न बंगाल झुकेगा, न महाराष्ट्र टूटेगा.

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा, ”राजनीतिक हितों के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. कुछ साल पहले तक ज्यादातर लोग ईडी के बारे में नहीं जानते थे, लेकिन आज इसका इतना दुरुपयोग हो रहा है कि गांवों के लोग भी इसके बारे में जानने लगे हैं.

क्राइम ब्रांच ने भेजा ईडी अधिकारी को समन

राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार के आने के बाद से ही राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच मुक़ाबला चल रहा है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है. पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अब तक बयानबाजी कर रहे शिवसेना नेताओं ने भी जवाबी कार्रवाई शुरु कर दी है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने शिवसेना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और ईडी अधिकारी जितेंद्र नवलानी पर फिरौती लेने के लिए विभिन्न लोगों के साथ काम करने का आरोप लगाया था. संजय राउत ने तब आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई थी. सूत्रों ने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने अब मामले की जांच के लिए जितेंद्र नवलानी को तलब किया है.

 सूत्रों ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा ने शिकायत पर संज्ञान लिया है और नवलानी को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए समन जारी किया है. राउत ने आरोप लगाया था कि 2015 से 2020 के बीच करीब 70 फर्मों ने जितेंद्र नवलानी के नाम से पंजीकृत कंपनियों में 59 करोड़ रुपये जमा किए हैं.इसके अलावा नवलानी को 100 करोड़ रुपये नकद का भुगतान किया गया है.

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