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जिससे ड़र रही पूरी दुनिया, मुंबई ने उस पर पाई जीत

स्टेल्थ बी 2 को पहले ही मिल चुकी मात

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने वाले स्टील्थ बी 2 से सभी देशों में घबराहट पसरी हुई. स्टील्थ बी 2 के सामने. चीन की बोलती बंद है. उसको मुंबईकर पहले ही हरा चुके हैं. जी, हां ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के मिश्रण से पैदा हुए डेल्टाक्रॉन Deltacron Stealth be) जिसे वैज्ञानिकों ने स्टील्थ बी 2 नाम दिया है. कई देशों में कोहराम मचा दिया है. इस वायरस के सामने कोरोना की वैक्सीन भी काम नहीं कर रही है. उस वायरस पर मुंबईकर पहले ही विजय प्राप्त कर ली है. जिनोम सिक्वेंसिंग से यह खुलासा हुआ है. 
विदित हो कि मुंबई में कोरोना का पहला मरीज मार्च 2020 में मिला था. तब से लेकर मुंबईकरों ने कोरोना की तीन लहरों को सफलतापूर्वक हराया हैं. कोरोना वायरस लगातार अपना रुप बदल कर खुद को मजबूत कर रहा है. पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा था कि यह वायरस 2022 में खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा होता नहीं लग रहा है. कोरोना की चौथी लहर के कारण कई देशों को लॉकडाउन लगाना पड़ा है. चीन(china) के कई शहरों का हाल बुरा है. भारत में भी उस वायरस के प्रति सतर्कता बरती जा रही है. उसी वायरस को मुंबईकर पहले ही मात दे चुके हैं यह राहत की बात है. 
स्टेल्थ को 271 मुंबईकरों ने हराया
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि  मुंबई में मिल रहे कोरोना मरीजों का सेंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा जाता है. जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सेंपल की रिपोर्ट बताती है कि 271 मरीजों ने स्टेल्थ बी 2 को पहले ही हरा चुके हैं. मुंबई में आई तीसरी लहर के दौरान ही इस नये वेरिएंट को हराया जा चुका था. इसलिए इससे फिलहाल ड़रने की जरुरत नहीं है. वैक्सीन लगने के बाद लोगों में. जो इम्यूनिटी विकसित हुई थी वह अब भी बरकरार है.

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