
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
संक्रमण के शुरुआत से ही कोरोना वायरस लगातार अपना रुप बदल रहा है. अब तक सबसे खतरनाक माने जाने वाले डेल्टा प्लस वेरिएंट से भी 10 गुना घातक वेरिएंट का पता चला है. इसे डेल्टा का सब वेरिएंट बताया जा रहा है. इस वेरिएंट से रुस में तबाही मची हुई है. वहां रोजाना 1000 से अधिक मौते हो रही है. खास बात यह की रुस की स्पुतनिक वैक्सीन का इस वायरस पर कोई असर नहीं पड़ रहा है.
रुस में संक्रमण की रफ्तार में बहुत तेज हो गई है. सब- वेरिएंट पर रिसर्च करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा AY.4.2 के कारण हो रहा है, जो मूल डेल्टा की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक संक्रामक है.
रूस में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में डेल्टा वेरिएंट का एक नया सब-वेरिएंट पाया गया है. बताया जा रहा है कि यह नया सब-वेरिएंट कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से अधिक संक्रामक है. रिसर्चस की एक टीम ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र करते हुए बताया है कि कोरोना वायरस का AY 4 2 सब-वेरिएंट मूल डेल्टा की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है.
रूस के रिसर्चर कामिल खफीजोव का दावा है कि रूस में रोजाना तेजी से सामने आ रहे नए संक्रमण के मामले और कोरोना संक्रमितों की मौतें इसी AY.4.2 सब-वेरिएंट के कारण हो रही हैं. उनका कहना है कि ‘कोरोना वायरस के टीके इस वेरिएंट के खिलाफ काफी अप्रभावी साबित हो सकते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह इतना अलग नहीं है कि एंटीबॉडी को बांधने की क्षमता को बदल सकता है
बीते दिनों ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखी गई है. 15 अक्टूबर को जारी यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि AY.4.2 सबवेरिएंट इंग्लैंड में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों के लिए जिम्मेदार है. जिसके कारण 27 सितंबर के बाद से 6 प्रतिशत की तेजी देखी गई है.
मास्को में लगा सख्त लॉकडाउन
सब-वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण से परेशान मॉस्को की मेयर ने गुरुवार को पिछले साल जून के बाद से सबसे सख्त लॉकडाउन की घोषणा की है. इससे एक दिन पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नवंबर की शुरुआत में एक सप्ताह के लिए Non Working Week के सरकारी प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. इस दौरान लोगों को पेड लीव्स दी जाएगी.




