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यूपी की हर विधानसभा में 100 बेड के अस्पताल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऐलान

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. कोरोना संकट में मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पताल में बेड नहीं थे. कोरोना की दहशत में अधिकांश मरीजों ने दम तोड़ दिए थे. यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था पर किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.अब योगी सरकार ( Yogi government ) ने प्रत्येक विधानसभा में 100 बेड(100 bed hospital in every assembly of UP) का अत्याधुनिक अस्पताल खोलने का ऐलान किया है.
दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही योगी आदित्यनाथ एक से बढ़कर एक फैसले ले रहे हैं. रामनवमी के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को अस्पतालों की बड़ी सौगात दी. सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में 100 बेड के सभी संसाधनों से युक्त अत्याधुनिक अस्पताल बनाए जाएंगे.
इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक विकास खंड क्षेत्र में 25 से 30 बेड के बेहतरीन सीएससी-पीएससी उपलब्ध कराने की दिशा में कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. गोरखपुर के जंगल कौड़िया पीएचसी से पूरे प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का उद्घाटन करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर एक व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य देना सरकार का पहला काम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में एक मेडिकल कॉलेज के अलावा 100 बेड के अस्पताल बनाए जाएंगे. नवरात्रि के मौके पर उन्होंने कन्या पूजन भी किया.
कोरोना महामारी के दौरान सरकार के कामों का किया जिक्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक संवेदनशील सरकार कैसे कार्य करती है, कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में सभी लोगों ने देखा है. महामारी के दौरान कोरोना वारियर्स के सेवा भाव व टीम वर्क की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक वैक्सीन की 30 करोड़ डोज उपलब्ध कराई जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि फ्री जांच, इलाज व वैक्सीन के साथ डबल इंजन की सरकार ने हर जरूरतमंद को हर माह राशन का डबल डोज भी दिया. ये सभी कार्य निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. सीएम योगी ने लोगों को संचारी रोग नियंत्रण अभियान, टीबी व फाइलेरिया मुक्ति अभियान से भी जुड़ने की अपील की.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, मेला में लोगों को निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श, निशुल्क जांच व मुफ्त दवाओं के माध्यम से आरोग्यता का उपहार मिलेगा. आरोग्य मेला 2020 में ही शुरू किया गया था लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था. एक बार फिर इसका शुभारंभ हो रहा है. इसका उद्देश्य सभी लोगों को बिना भेदभाव चिकित्सा सेवा का लाभ पहुंचाना है.