इनसाइट न्यूज इम्पैक्ट: कल्याण डोंबिवली फर्जी सीसी मामले में 13 बिल्डर गिरफ्तार
महारेरा ने 49 प्रोजेक्ट्स पर लगाई थी रोक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. कल्याण डोंबिवली (Kalyan Dombivli) इमारतों में फर्जी कमिसमेंस सार्टिफिकेट (CC) और आक्यूपेशन सार्टिफिकेट (OC) मामले में क्राइम ब्रांच ने फर्जीवाड़ा में शामिल 13 बिल्डरों को गिरफ्तार किया है.
सीसी फर्जीवाड़ा करने वाले 49 प्रोजेक्टस पर महारेरा ने 14 नवंबर को रोक लगा दी थी. इनसाइट न्यूज स्टोरी में खबर प्रकाशित होने का बड़ा इम्पैक्ट सामने आया है. कल्याण डोंबिवली पुलिस और क्राइम ब्रांच ने लगातार छापेमारी कर बिल्डरों को गिरफ्तार कर रही है. पुलिस के अनुसार अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब हो कि महारेरा ने बड़ा फैसला करते हुए कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र में चल रहे 49 हाऊसिंग प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी. इन प्रोजेक्टस में बने घर अब बिल्डर न तो बेच सकते हैं और न ही ग्राहक खरीद सकते हैं.
महारेरा का बड़ा फैसला, कल्याण डोंबिवली के 49 प्रोजेक्ट में घर खरीदने बेचने पर लगी रोक
कल्याण डोंबिवली मनपा ने महारेरा को 49 प्रोजेक्टस की लिस्ट सौंपी थी जिसमें बताया गया था कि इन प्रोजेक्टस के बिल्डरों ने फर्जीवाड़ा करते हुए नकली सीसी बना कर घर बेच रहे हैं. मनपा ने इनको सीसी जारी ही नहीं की थी.
महारेरा की रोक के बाद कल्याण डोंबिवली के सैकड़ों घर खरीददारों पर तलवार लटक गई है जो इन प्रोजेक्टस में घर खरीद चुके हैं. अब यह केस क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. क्राइम ब्रांच मामले में फर्जीवाड़ा कर नकली सीसी ( Commitment Certificate) बनाने वाले बिल्डरों पर कार्रवाई कर रही है. लेकिन अधिकांश बिल्ड़र फरार है जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
क्राइम ब्रांच ने एफआईआर में कुल 65 डेवलपर्स के नाम दर्ज किए थे. इन बिल्डरों में नकुल गायकर, वसंतम म्हात्रे शांताराम जाधव, रामसूरत गुप्ता, देवचंद कांबले, प्रदीप ठाकुर, चंद्रशेखर भोसले, प्रसाद शेट्टी, तुकाराम पाटिल, अर्जुन गायकर, अविनाश महात्रे, अशोक महात्रे, अरुण सिंह, सरबन बिंध्याचल, संजय जोशी, चिराग पाटिल, महेश,शर्मा, श्वेताबाई पाटिल, शांताराम जाधव, मनोहर कला, अनिल पाटिल, सुभाष महात्रे, नरेश पाटिल, रायबाई कला, पार्वतीबाई कला, शिवसागर यादव, अमरदीप खांडेकर, संतोष कुदलकर,मयूर देशमुख, आशु मुंगेश, सरोजनी मिश्रा, रंगूबाई भोई,सीता पाटिल, मधुकर महात्रे, सिरीश चौधरी, आनंदी महसागर भोईर, भोलेनाथ महात्रे, दत्तात्रेय पाटिल, दिगंबर महात्रे,लक्ष्मीबाई पवार, गणेश भोईर, दिनकर महात्रे, सखाराम केने,मनोहर पारकर, अनिल केने, गौतम माली, अनंत महात्रे, सोपान पाटिल के नाम शामिल थे. हालांकि जांच के महारेरा ने 49 प्रोजेक्टस पर रोक लगाने के साथ कार्रवाई का आदेश दिया था.