वार्ड रिजर्वेशन से परेशान हुई कांग्रेस
कांग्रेसी नगरसेवकों के समर्थन में आये मिलिंद देवड़ा

कोर्ट जाने की तैयारी
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. महाविकास आघाड़ी सरकार(MVA) में कांग्रेस मंत्रियों के अंतर्गत विवाद से जूझ रही कांग्रेस को शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने हासिए पर फेंक दिया है. पहले मुंबई महानगरपालिका वार्डों के परिसीमन और रिजर्वेशन में कांग्रेस नगरसेवकों को किनारे लगा दिया गया है. कांग्रेस के मनपा में प्रमुख नेताओं का वार्ड आरक्षित होने के बाद कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक (Congress upset with ward reservation) परेशान हैं. सरकार में बैठे मंत्रियों को इस विषय पर आवाज उठाने की आस लगाए कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी है. हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ( Milind devra) नगरसेवकों के साथ हुए अन्याय पर अपनी आवाज बुलंद की है.
कांग्रेस को खत्म करने की राजनीति
कांग्रेस के सपोर्ट पर चल रही महाविकास आघाड़ी सरकार के दोनों प्रमुख दल शिवसेना एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस को खत्म करने पर तुले हैं. यह आरोप मुंबई कांग्रेस के नेता लगा रहे हैं. पिछले मनपा चुनाव 32 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार दहाई का आंकड़ा पार करना भी असंभव प्रतीत होने लगा है. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बौखलाहट मची हुई है. मुंबई कांग्रेस के नेता भले ही कुछ भी दावा करें लेकिन जमीनी हकीकत से वे भी अनजान नहीं हैं. कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने के दावे के बाद से ही शिवसेना- राष्ट्रवादी कांग्रेस ने अपनी बदली रणनीति पर काम कर रहे हैं.
सत्ता में बैठे कांग्रेसी मंत्रियों की मौज
सत्ता में बैठे कांग्रेस मंत्रियों की मौज है. पार्टी के नेता आरोप लगा रहे हैं कि मंत्री कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नहीं सुन रहे हैं. वे सत्ता की मस्ती में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं को भूल गए हैं. पार्टी दफ्तर चलाने के लिए पार्टी के पास फंड नहीं है. मंत्रियों से कोई मदद भी नहीं मिल रही है. मंत्री कार्यकर्ताओं के काम भी नहीं करते. सरकार में बैठे जरुर हैं लेकिन वहां इनकी सुनवाई भी नहीं हो रही है. इसलिए सरकार से समर्थन वापस लेने का भी दबाव बढ़ता जा रहा है. नेताओं का मानना है कि हम भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए मविआ सरकार को समर्थन दिए थे लेकिन वहां तो कांग्रेस की जड़ काटने की साज़िश की रही है.
मिलिंद देवड़ा आए समर्थन में
पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए हम गठबंधन में शामिल हुए थे. अब हमें तीसरी पारी नहीं खेलनी चाहिए. बल्कि मुंबई में अप्रासंगिक होने का जोखिम उठाना चाहिए, यह जन्मस्थान है. हमारे नगरसेवकों, कार्यकर्ताओं और सबसे बढ़कर, मुंबई के मतदाताओं के प्रति यह हमारा कर्तव्य भी है.मैं अदालत का दरवाजा खटखटाने का प्रस्ताव का समर्थन करता हूं. मिलिंद के अलावा कोई बड़ा नेता आगे आकर शिवसेना – राष्ट्रवादी के खेल का विरोध नहीं किया.
मुंबई मनपा में पूर्व विरोधी पक्ष नेता रवि राजा ने कहा कि मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल/ प्रशासक ने कांग्रेस को खत्म करने की सुपारी ली है.
मैं मिलिंद देवड़ा का आभारी हूं कि वे बीएमसी प्रशासक द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाज उठाने के समर्थन में आए हैं. मैं मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष से अपील करता हूं कि HMV के इशारे पर काम कर रही मनपा के खिलाफ सभी कांग्रेस नगरसेवकों को मामला दर्ज करने के लिए कहना चाहिए.