महाराष्ट्र के बाद दिल्ली फतेह/संसदीय कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्जा
शिवसेना के विधायकों को माननी होगी शिंदे गुट की व्हिप

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दिल्ली. महाराष्ट्र में विधान भवन में शिवसेना कार्यालय पर ताला लगाने वाले नेता दिल्ली में असहाय से दिख रहे हैं. 12 सांसदों को अपने साथ लाने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मान्यता दे दिया और शिवसेना संसदीय कार्यालय पर भी बागी गुट ने (After Maharashtra Shinde faction Won Delhi, occupied Parliamentary office) कब्जा जमा लिया है.
शिवसेना के बचे हुए सांसदों के सामने शिंदे गुट के सामने सरेंडर करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. शिंदे गुट ने सांसद राहुल शेवाले को पार्टी नेता घोषित किया है. जबकि भावना गवली को चीफ व्हिप बनाया है. शिंदे गुट की तरफ से जारी व्हिप का उद्धव ठाकरे गुट के सदस्यों को पालन करना होगा नहीं तो उनकी सदस्यता भी जा सकती है.
महाराष्ट्र के बाद दिल्ली फतेह करने वाले एकनाथ शिंदे को क्या देश की सबसे बड़ी अदालत में जीत मिलेगी अब सबकी नजरें इसी पर टिकी हैं. सुप्रीम कोर्ट में आज मामले की सुनवाई चल रही है. उद्धव ठाकरे की तरफ से शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इसके खिलाफ शिंदे गुट कोर्ट में गया था जिस पर सुप्रीम कोर्ट में सभी पक्ष अपनी दलीलें रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से अपनी बात रखने का समय दिया था. सुनील प्रभू और अजय चौधरी की तरफ से अपनी बात अभी तक कोर्ट के समक्ष नहीं रखी गई है. संभावना है कि अपनी बात रखने के लिए वे कोर्ट से अधिक समय मांग सकते हैं.




