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जमीन की सतह से 110 मीटर नीचे तैयार हुई जलसुरंग

इंजीनियरों ने कायम की मिसाल,तय समय से पांच महीना पहले पूरा हुआ काम

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

Water tunnel मुंबई.  मुंबई महानगरपालिका (BMC) की तरफ से  चेंबूर के अमर महल से परेल तक जमीन की सतह से 110 मीटर नीचे बनाई जा रही भूमिगत जल सुरंग के पहले चरण का काम तय समय से पांच महीना पहले पूरा कर इंजीनियरिंग की नई मिसाल कायम की है. इस जल सुरंग की लंबाई 9.8 किलोमीटर है.

बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त (परियोजनाओं) पी वेलारासू इस अवसर  बीएमसी इंजीनियरों का हौंसला बढ़ाने उपस्थिति हुए थे. बीएमसी जल आपूर्ति विभाग के अनुसार  सुरंग का पहला चरण अमर महल से वडाला के प्रतीक्षा नगर तक किया जा रहा था. दूसरे चरण का काम प्रतीक्षा नगर से परेल तक किया जाना है. अमर महल से वडाला तक 4.3 किलोमीटर सुरंग को महज 10 महीने में पूरा कर कीर्तिमान स्थापित किया है.

अधिकारी ने बताया कि जल सुरंग की खुदाई  के लिए एक टीबीएम को लगाया गया था. हेडगेवार उद्यान (अमर महल) से प्रतिक्षा नगर (वडाला) के बीच जल सुरंग की खुदाई 8 अक्टूबर, 2021 को शुरू की गई थी. इस काम को करीब 14 महीने की अवधि  यानी दिसंबर 2022 में पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन 8 अगस्त को 2022 को ही पूरा कर लिया गया है.

उपायुक्त (विशेष अभियांत्रिकी) अजय राठौर , मुख्य अभियंता (जल आपूर्ति परियोजना) वसंत गायकवाड़ और उनके साथी अधिकारियों ने इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के प्रयास के कारण खुदाई  का पहला चरण तेजी से पूरा कर लिया गया. अधिकारी ने बताया कि सुरंग के दूसरे चरण का कार्य वडाला से परेल तक का खनन कार्य बरसात (डेढ़ माह) बाद शुरू हो जाएगा. पहला फेज पूरा होने के बाद एग्जिट टनल माइनिंग प्लांट को करीब 8 डिग्री घुमाया जाएगा और दूसरे फेज का काम असल में शुरू हो जाएगा.

अधिकारी ने कहा कि अमर महल से परेल तक के पूरे प्रोजेक्ट का काम 34 प्रतिशत पूरा हो चुका है. बीएमसी  प्रशासन को यकीन है कि पूरा प्रोजेक्ट निर्धारित समय के भीतर यानी अप्रैल 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा.

इस परियोजना की विशेषताएं

– जल सुरंग के माध्यम से वर्ष 2061 तक वडाला, सायन, माटुंगा, दादर, शिवडी, परेल, कुर्ला,  भायखला, चिंचपोकली आदि इलाकों के  नागरिकों को पानी की आपूर्ति करना संभव होगा.

– यह जल सुरंग लगभग जमीन की सतह से 100 से 110 मीटर की गहराई पर है और इसका व्यास लगभग 3.2 मीटर है.

– इस परियोजना के तहत तीन शाफ्ट का निर्माण किया जा रहा है. हेडगेवार उद्यान में 110 मीटर गहराई,  प्रतिक्षा नगर में 104 मीटर गहराई के दो बोरवेल का काम पूरा हो चुका है. परेल में 101 मीटर गहरे कुएं का कार्य अभी प्रगति पर है.

– इसमें हेडगेवार उद्यान में 96.15 मीटर गहरे कुएं की आरसीसी लाइनिंग को केवल 29 दिनों में पूरा किया गया. एक महीने में 605 मीटर पानी की सुरंग की रिकॉर्ड खनन जनवरी 2022 में सफलतापूर्वक पूरा किया.

 

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