दहिसर, मानखुर्द चेक नाका पर बनेगा पार्किंग हब
मुंबई की ट्रैफिक समस्या छुड़ाने बीएमसी का बड़ा निर्णय

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. चुंगी बंद होने से दहिसर और मानखुर्द चेक नाकों पर बेकार पड़ी हजारों वर्ग मीटर जमीन का बीएमसी सदुपयोग (Parking hub will be built at Dahisar, Mankhurd toll plaza) करने का निर्णय लिया है. इन दोनों चेक नाका पर पार्किंग हब बनाया जाएगा जहां बाहर से आने वाले वाहनों का पार्किंग अनिवार्य किया जाएगा. देश भर से आने वाले पैसेंजर की असुविधा टालने के लिए बीएमसी बेस्ट बस, के जरिए मेट्रो, और लोकल तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी. इन दोनों स्थानों पर पार्किंग हब बनाने के लिए बीएमसी 1200 करोड़ रुपए खर्च करने की तैयारी की है.
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू (परियोजना) ने बताया कि बीएमसी की आय के मुख्य श्रोत रहे दोनों चेक नाके 2017 से ही बंद पड़े हैं. इनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है. दोनों चेक नाके पर 6 एकड़ जमीन है जिसमें से 5 एकड़ जमीन पर पार्किंग हब बनाया जाएगा. देश भर से आने वाले वाहनों को इन पार्किंग हब पर पार्क करना अनिवार्य किया जाएगा. इससे शहर में होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी. यहां के पैसेंजर्स वाहनों के यात्रियों की असुविधा दूर करने के लिए बेस्ट बसों से लोकल और मेट्रो तक कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जायेगी. वापसी के समय वे इन वाहनों को दुबारा लेकर जा सकते हैं.
फूड प्लाजा, होटल, चार्जिंग की सुविधा
बीएमसी चेक नाका पर आने वाले पैसेंजर्स की सुविधा के लिए यहां फूड प्लाजा, होटल, चार्जिंग प्वाइंट, जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी. बीएमसी इन दोनों स्थानों पर बनाए जाने वाले पार्किंग हब पर 1200 करोड़ रुपए खर्च करेगी. पी वेलारासू ने बताया कि इन पार्किंग हब में और क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं, बीएमसी ने इसके लिए सलाहकार की नियुक्ति की है.
ऐसे मिलेगी ट्रैफिक से निजात
मुंबई में रोजाना हजारों की संख्या में पैसेंजर वाहन आते हैं. इन वाहनों के मुंबई में प्रवेश करने से रोकने पर ट्रैफिक की समस्या बहुत हद तक दूर हो जाएगी. दहिसर चेक नाका पर 24,628 वर्ग मीटर जमीन है. जबकि मानखुर्द में 29,774, वर्ग मीटर जमीन है. यह भूमि फिलहाल धूल खा रही हैं. यहां पार्किंग हब के निर्णय से बीएमसी को अतिरिक्त आय के श्रोत पैदा होंगे साथ ही ट्रैफिक से निजात भी मिलेगी, अभी जीएसटी के एवज में केंद्र और राज्य सरकार से मनपा को नुकसान भरपाई मिल रही है जो आने वाले समय में बंद हो सकती है. इसको ध्यान में रख कर यह निर्णय लिया गया है.
मुंबई में आने वाले वाहनों का सर्वे
मुंबई में रोजाना कितने वाहन आते हैं. उनमें से कितने पैसेंजर वाहन होते हैं. कितनी बसें होती हैं? एक वाहन कितना समय तक रुकते हैं. महाराष्ट्र के बाहर से कितने वाहन मुंबई में आते हैं इसका सर्वे किया जा रहा है. नियुक्ति किए गए सलाहकार अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. उसके अनुसार आगे काम किया जाएगा.




