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सलीम फ्रूट के फोन में 300 संदिग्ध नंबर, सीडीआर जांच जरूरी

एनआईए का अदालत में खुलासा, हिरासत अवधि बढ़ी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. गैंगस्टर छोटा शकील का जीजा मोहम्मद सलीम  मोहम्मद इकबाल कुरैशी उर्फ ​​सलीम फ्रूट को आज कोर्ट में पेश किया गया. एनआईए ने अदालत को बताया कि सलीम फ्रूट्स के फोन में 300 संदिग्ध नंबर मिले हैं जिसका सीडीआर जांच होना बाकी है.(300 suspicious numbers in Salim Fruit’s phone, CDR investigation necessary)
एनआईए ने यह भी बताया है  कि गैंगस्टर छोटा शकील के जीजा सलीम फ्रूट्स ने जबरन वसूली के जरिए मिले पैसे को मुंबई और भारत में कई जगहों पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम तक पहुंचाया है.  कोर्ट ने सलीम फ्रूट को 24 अगस्त तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है.
 इस मामले में सलीम फ्रूट की अब तक आठ बार गवाही दर्ज की जा चुकी है. 1,000 से अधिक दस्तावेज जब्त किए गए हैं. इसमें डायरी सहित कुछ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले हैं. अब तक 19 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। एनआईए ने यह भी कहा है कि सलीम फ्रूट्स जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. जांच एजेंसी ने आज अदालत को बताया कि सलीम फ्रूट डी कंपनी के लिए सोने की तस्करी कर रहा है. एनआईए ने मांग की है कि इन सभी मामलों की जांच के लिए एनआईए को और 10 दिन की हिरासत दी जानी चाहिए. लेकिन कोर्ट ने सलीम फ्रूट को 24 अगस्त तक एनआईए की हिरासत दिया है.
   एनआईए ने कोर्ट को बताया कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर की मौत के बाद भारत में डी कंपनी का काम सलीम फ्रूट संभाल रहा है. छोटा शकील का साला होने के नाते सलीम फ्रूट कई कारोबारियों और बिल्डरों को डी कंपनी के नाम से धमका रहा था. एनआईए ने यह भी आरोप लगाया है कि वे इसके जरिए रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं.
   केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की जांच एआईए को सौंपे जाने के बाद फरवरी 2022 में एआईए ने महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर छापेमारी की. उस समय गैंगस्टर छोटा शकील के जीजा सलीम फ्रूट्स से भी पूछताछ की गई थी. सलीम के खिलाफ पांच बिल्डरों ने एनआईए को शिकायत की है. एनआईए सलीम के खातों का फॉरेंसिक ऑडिट करेगी. एनआईए के छापे में सलीम के घर से और भी कई लोगों की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं. इसके साथ ही सलीम के घर से लाखों रुपए की विदेशी तस्करी की सिगरेट भी मिली है. सलीम से जुड़े करीब 10000 पन्नों के दस्तावेज हैं. इसमें तेरह बाइट्स डेटा होता है. इस बारे में सलीम से पूछताछ की जाएगी. इसलिए एनआईए ने उसे हिरासत में लेने की मांग की.
  जांच एजेंसी ने सलीम फ्रूट डी कंपनी की आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उगाहने, तस्करी, नार्को-आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग, संपत्ति के अवैध लेनदेन आदि के आरोप लगाए हैं. सलीम फ्रूट पर गैंगस्टर छोटा शकील एंड डी कंपनी के नाम से फिरौती की बड़ी रकम वसूलने में फिरौती की बड़ी रकम वसूलने में सक्रिय भूमिका निभाने का आरोप लगा है.
      एनआईए ने दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और उसके करीबी सहयोगियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की थी. एफआईआर के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए स्पेशल यूनिट बनाई थी. इस इकाई का कार्य भारत में राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाना और उन पर हमला करना था. एफआईआर में कहा गया है. दाऊद इब्राहिम और गैंगस्टर छोटा शकील ने पाकिस्तान से भारत में दंगे भड़काने की साजिश रची थी.
  पारिवारिक संबंधों के चलते सलीम फ्रूट छोटा शकील के बेहद करीब है. छोटा शकील उन्हें अपने बेटे की तरह मानता है. सलीम की शादी छोटा शकील की पत्नी की छोटी बहन से हुई है. सलीम के पिता उमर कुरैशी मुंबई के नल बाजार इलाके में फल बेचते थे. इसलिए सलीम को सलीम फ्रूट कहा जाता है. गैंग में शामिल होने से पहले सलीम फलों का दुबई निर्यात करता था. उनका दुबई में एक आलीशान बंगला भी है. सलीम के खिलाफ रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया गया है. इस बीच मुंबई के माहिम इलाके में सुहैल खंडवानी के घर पर एनआईए ने छापेमारी की थी. खंडवानी मुंबई में माहिम दरगाह और हाजी अली दरगाह का ट्रस्टी है.

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