Breaking Newsमहाराष्ट्रमुंबई
		
	
	
सायन तालाब में बड़ी गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक
बड़ी मूर्तियों को दादर चौपाटी, माहिम रेतीबंदर में विसर्जन का पर्याय

आईएनएस न्यूज  नेटवर्क
मुंबई.  मुंबई मध्य के बीच प्राकृतिक सायन तालाब में इस बार आस पास के लोग बड़ी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं कर सकेंगे. बीएमसी एफ उत्तर विभाग ने बड़ी मूर्तियों के विसर्जन पर रोक लगा दी है.(Ban on immersion of big Ganesh idols in Sion pond) इस प्राकृतिक तालाब का अभी हाल ही में सौंदर्यीकरण किया गया है. तालाब की प्राकृतिक सुंदरता और जलीय जीवों को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. यहां केवल छोटी घरेलू मूर्तियों को ही विसर्जित किया जा सकेगा.
एफ उत्तर विभाग के सहायक आयुक्त गजानन बेल्लाले ने बताया कि मुंबई में  73 प्राकृतिक विसर्जन स्थल हैं. इसमें एक महत्वपूर्ण स्थान सायन क्षेत्र के एन. एस.मनकीकर मार्ग के किनारे सायन तालाब भी है. सायन तालाब के नाम से प्रसिद्ध झील में हर साल सायन, चूना भट्टी आदि जैसे आसपास के क्षेत्रों से लोग बड़ी संख्या में भगवान गणेश की मूर्ति को विसर्जित करने के लिए आते हैं. हालांकि, झील की भौगोलिक विशेषताओं, झील की स्थिति और जलीय जीवन को ध्यान में रखते हुए लोगों से तालाब में बड़ी मूर्तियों का विसर्जन नहीं करने की अपील की है.
सहायक आयुक्त बेल्लाले ने बताया कि हर वर्ष सायन तालाब की सफाई की जाती है. बड़ी मूर्तियों के विसर्जन से इस प्राकृतिक तालाब के जलीय जीवों को नुकसान पहुंचता है. इस लिए इस वर्ष केवल छोटी घरेलू मूर्तियों को तालाब में विसर्जित करने की अनुमति दी गई है. बड़ी मूर्तियों को दादर चौपाटी और माहिम रेती बंदर में विसर्जित करने का आग्रह किया गया है. उन्होंने बताया कि सायन तालाब में घरेलू मूर्तियों को केवल रात 10 बजे तक ही विसर्जन की अनुमति मिलेगी.
 
				 
					



