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शिवाजी पार्क, बीएमसी ने रिजेक्ट किया शिवसेना के दोनों गुटों का आवेदन

हाईकोर्ट में उद्धव गुट की याचिका पर आज सुनवाई

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. शिवाजी पार्क में दशहरा रैली की अनुमति देने से मना करने के बाद शिवसेना उद्धव गुट अब हाई कोर्ट पहुंच गया है. (Shivaji Park Dussehra rally, hearing in High Court today) हाईकोर्ट में आज इसकी सुनवाई है. हाईकोर्ट आज इस पर क्या निर्णय लेता है इस पर सबकी नजरें रहेंगी.  बीएमसी अधिकारी ने बताया कि लीगल ओपिनियन आने के बाद शिवसेना के दोनों धड़ों का आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है. इस बीच खबर है कि उद्धव गुट की से अनुमति मिले या नहीं रैली वहीं होगी इस बयान के बाद दादर शिवाजी पार्क इलाके में सीआरपीएफ फ्लैग मार्च कर सकता है.

गोविंदा के समय वर्ली के जांबोरी मैदान भाजपा को मिल गया था. मैदान लेने में हुई चूक को ध्यान में रखकर उद्धव गुट दशहरा रैली के लिए 22 अगस्त को ही बीएमसी को पत्र दे दिया था. उद्धव गुट को आशंका हो गई थी कि कहीं वह मैदान भी हाथ से न निकल जाए. उसके बाद शिंदे गुट ने भी उसी मैदान पर अपना दावा ठोंक दिया जिससे विवाद पैदा हो गया. दोनों तरफ से मिले आवेदन को लेकर विवाद छिड़ने की आशंका को देखते हुए बीएमसी ने मनपा के लीगल विभाग से ओपिनियन मांगा था. आज बीएमसी अधिकारी ने बताया कि दोनों तरफ के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है. हालांकि यह पहले से माना जा रहा था कि बीएमसी सत्ता के दबाव में उद्धव गुट को मैदान देने से इनकार कर सकती है.

मैदान की अनुमति नहीं दिए जाने से परेशान उद्धव गुट अब हाईकोर्ट पहुंच गया है. शिवसेना उद्धव गुट के नेता का कहना है कि शिवाजी पार्क पर दशहरा रैली करने से शिव सैनिकों में नवचेतना आ जाती है. यह पार्क हमारी आत्मा है. इस पार्क पर सभा करने से जितना इम्पैक्ट शिवसेना को मिलता है और किसी मैदान पर नहीं मिलता. इसलिए पिछले 50 वर्षों से यहां शिवसेना की रैली होती रही है. शिवसेना में विभाजन के बाद यदि यहां रैली नहीं होती है वर्षों से चली आ रही परंपरा खंडित हो जाएगी.

पहले भी कोर्ट गया है मामला 

स्थानीय लोगों ने इससे पहले आवाज की मर्यादा को लेकर हाईकोर्ट गया था. हाईकोर्ट ने वहां पर रैली करने पर रोक लगा दी थी हालांकि बाद में कुछ शर्तों के साथ रैली की अनुमति मिल गई थी. लेकिन इस बार राज्य की सरकार ही नहीं चाहती कि शिवसेना को वहां रैली करने की अनुमति मिले, इसलिए अनुमति दिए जाने में विलंब हो रहा है. ऐसा आरोप शिवसेना नेता लगा रहे हैं. बहरहाल हाईकोर्ट शिवसेना को रैली करने की अनुमति देता है या नहीं इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.

सीआरपीएफ होगी तैनात 

इस बीच शिवसैनिको के आक्रामक होने की खबर है,  कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे इसलिए शिवाजी पार्क से लेकर दादर और प्रभादेवी तक सीआरपीएफ की टुकड़ी मार्च कर सकती है. मैदान खोदने की धमकी के मद्देनजर  शिवाजी पार्क की पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस के साथ सीआरपीएफ की टुकड़ी भी तैनात किए जाने की संभावना है.

 

 

 

 

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