आतंकवादी की कब्र जिसको लेकर छिड़ा राजनीतिक घमासान
भाजपा शिवसेना में जुबानी जंग, क्या खुदेगी कब्र

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. 1993 में हुए बम ब्लास्ट में सैकड़ों मुंबईकरों की जान चली गई थी. बम ब्लास्ट में दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई 2015 को फांसी दे दी गई थी. उस आतंकी का शव उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया था,(Terrorist’s grave which sparked political turmoil)जिसे दक्षिण मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया था. 7 साल बाद याकूब मेमन फिर सुर्खियों में है. क्योंकि याकूब मेमन की कब्र को मार्बल पत्थरों और एलईडी लाइट से सजाकर उसे महान बताने की कोशिश की गई थी. इस मामले में शिवसेना और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान छिड़ गया है.
भाजपा बोली कब्र को तोड़ों
जानकारी मिली है कि कोरोना संकट के समय याकूब मेमन की कब्र के चारों तरफ मार्बल पत्थरों और लाइट से सजाया गया था. उस समय राज्य में महाविकास आघाड़ी और मुंबई मनपा में शिवसेना की सत्ता थी. इसलिए भाजपा कब्र को लेकर शिवसेना पर हमलावर हैं. भाजपा ने आरोप लगाया कि शिवसेना और महागठबंधन के दल एक आतंकवादी को महिमा मंडित करने पर लगे हैं. उन्होंने कब्र का सौंदर्यीकरण करण तुरंत हटाने और कब्र निर्माण करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की.
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि कोरोना के समय मुख्यमंत्री घर से बाहर नहीं निकल रहे थे इसलिए कब्र का सौंदर्यीकरण करने के अलिखित अनुमति दी थी. बावनकुले ने कहा कि इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री बनने के लिए उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व को कितना एडजस्ट किया. उद्धव ठाकरे के इस कृत्य का भाजपा निषेध करती है.
वहीं मनपा में बीजेपी गुट नेता रहे प्रभाकर शिंदे ने कहा कि मालाड में गार्डन का नाम टीपू सुल्तान रखना हो या मानखुर्द ब्रिज का नाम करण ख्वाजा चिश्ती के नाम पर रखना हो शिवसेना हमेशा आगे रही है. उद्धव सरकार औरंगज़ेब की कब्र पर सजदा करने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की. यह दिखाता है कि उद्धव का हिंदुत्व झूठ के बुनियाद पर खड़ा है.
शिंदे ने कहा कि शिवसेना कब्र के सौंदर्यीकरण से खुद को अलग नहीं कर सकती. मनपा मुंबई की प्लानिंग एथॉरिटी है. उसके बगैर निजी हो या सरकारी एक पत्ता नहीं रखा जा सकता है यह तो मुंबईकरों की हत्या करने वाले आतंकवादी की कब्र है. कब्र के सौंदर्यीकरण में शिवसेना की मूक सहमति हो सकती है.
आदित्य ठाकरे का पलटवार
वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया है. आदित्य ठाकरे ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार थी जिसने आतंकी के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया. वहीं शिवसेना के प्रवक्ता और दक्षिण मुंबई से सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि कब्र तभी बनी जब भाजपा सरकार ने आतंकवादी का शव सौंपा था. वह निजी कब्रिस्तान है जिसका बीएमसी से कुछ लेना देना नहीं है.
वहीं जामा मस्जिद ऑफ बांबे ट्रस्ट के अध्यक्ष शोएब खतीब ने कहा कि कब्र को लेकर अनायास राजनीति हो रही है. खतीब ने कहा कि याकूब मेमन से कोई सहानुभूति नहीं है. कोविड के कारण बड़ी रात नहीं हुई थी इसलिए अब सजावट की गई थी.
कौन था याकूब मेमन
1993 के मुंबई ब्लास्ट केस का मुख्य आरोपी याकूब मेमन दाऊद का दाहिना हाथ टाइगर मेनन का भाई था. इस विस्फोट में 257 लोग मारे गए थे. 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. सीरियल बम धमाकों का मास्टरमाइंड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम अभी भी फरार है. इस मामले में याकूब मेमन मुख्य आरोपी था. फांसी के बाद उन्हें मरीन लाइन पुलिस स्टेशन से सटे बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया.