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मेजर ध्यानचंद के गुरु सूबेदार मेजर बाले तिवारी पर लिखी पुस्तक ‘थपकी’ का विमोचन

हाकी के जादूगर को तराशने की कहानी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. हाकी के जादूगर के रुप में पूरी दुनिया में भारत का परचम लहराने वाले मेजर ध्यानचंद के गुरु सूबेदार मेजर बाले तिवारी पर लिखी पुस्तक थपकी का  विमोचन किया गया. (Release of book ‘Thapki’ written on Major Dhyanchand Chand’s guru Subedar Major Bale Tiwari)  इस पुस्तक में मेजर ध्यानचंद को तराशने वाले उनके गुरु मेजर बाले तिवारी का जीवन वृत्तांत है. मेजर ध्यानचंद जैसे स्वर्ण को तपाकर निखारने वाले जौहरी सूबेदार मेजर बाले तिवारी के जीवन पर आधारित ,,थपकी,, नामक पुस्तक का विमोचन प्रैस क्लब आफ इंडिया दिल्ली में संपन्न हुआ.

इस दौरान समारोह के मुख्य अतिथि विजय गोयल ( पूर्व खेल मंत्री), अशोक ध्यानचंद ( पूर्व हॉकी ओलंपियन), विशिष्ठ अतिथि डॉ. अनीता आर्या ( पूर्व सांसद), रमिंदर सिंह (संस्थापक एवं सीईओ, सेलिबफी एप), राकेश प्रजापति, शैलेंद्र कुमार, राकेश तिवारी, भोलानाथ तिवारी, हरि प्रसाद मिश्र, अशोक पाठक, अशोक दीवान, नवीन कुमार, अरविंद छाबड़ा व अन्य
गणमान्यों की मौजूदगी मे दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया.

इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए विजय गोयल ने कहा कि यह हम सबके लिए गर्व की बात है कि पुस्तक के लेखक वरुण तिवारी और ब्रजबाला ने अपने पडदादा सूबेदार मेजर बाले तिवारी के व्यक्तित्व को थपकी के जरिये लोगों के सामने लाने का जो सुंदर प्रयास किया है उसके लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.

आदरणीय बाले तिवारी जी ने हम सबको ध्यानचंद रूपी जो हीरा दिया है हम सब उसके आभारी रहेंगे. अशोक ध्यानचंद ने कहा कि आदरणीय बाले तिवारी के बिना ध्यानचंद का जीवन अधूरा है. बाले तिवारी के प्रोत्साहन रूपी थपकी से वह एक अच्छे खिलाडी के रूप में निखर कर सामने आये और उनके मार्गदर्शन में खेलते हुए एक बेहतरीन खिलाड़ी बने. ध्यान सिंह को खेल की एक-एक बारीकी से रूबरू कराया सूबेदार मेजर बाले तिवारी ने. सूबेदार मेजर बाले के जीवन पर आधारित पुस्तक “थपकी” का लोकार्पण देश-दुनिया के तमाम हॉकी खेल प्रेमियों के लिए एक सौगात होगी. “थपकी” बतौर लेखक वरुण तिवारी, ब्रज बाला तिवारी की पहली पुस्तक है.

 

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