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बेस्ट ने बीएमसी से फिर मांगा 450 करोड

बेस्ट रिटायर्ड कर्मचारियों को बकाया चुकाने में असमर्थ बीएमसी पर टिकी आस

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. लगातार घाटे में चल रही बेस्ट उपक्रम ने (Best undertaking again asked for 450 crores from BMC) एक बार फिर अपने रिटायर हुए कर्मचारियों को बकाया भुगतान करने के लिए बीएमसी के सामने हाथ फैलाया है. इस बार बेस्ट ने बीएमसी से 450 करोड़ रुपए की मांग की है. बीएमसी बेस्ट को बचाने के लिए अब तक हजारों करोड़ का अनुदान दे चुका है. इसके बाद भी बेस्ट आत्मनिर्भर बनने की जगह बीएमसी के अनुदान पर निर्भर हो गया है.

1022 कर्मचारियों को नहीं मिली ग्रेज्युटी

बेस्ट से सेवानिवृत्त हुए 1022 कर्मचारियों को उनकी ग्रेज्युटी का 141 करोड़ और 10,876 कर्मचारियों को अंतिम भुगतान का 183 करोड़ रुपए बकाया है. इसके अलावा अवकाश भत्ता 91 करोड़ तथा हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार 35 करोड़ रुपए ब्याज की रकम को मिला कर कुल 450 करोड़ रुपए एडवांस में देने की मांग की गई है.

अब तक बेस्ट को मिला 5321.27 करोड़ अनुदान 

सार्वजनिक यातायात के महत्व और बेस्ट की खस्ताहाल आर्थिक स्थिति को देखते हुए बीएमसी ने वर्ष 2019 से 2022-23 तक 2141.05 करोड रुपए का प्रावधान किया था. इसके अलावा 2022 में 3180.22 करोड रुपए अतिरिक्त अनुदान को मिला कर कुल 5321.27 करोड रुपए बेस्ट को दिए गए हैं. बेस्ट ने एक बार फिर बीएमसी से 450 करोड रुपए देने की मांग की है.

इससे पहले बेस्ट को इतनी बड़ी सहायता राशि नहीं दी गई थी. बीएमसी प्रशासन ने बेस्ट उपक्रम को कठोरता के साथ कार्यक्षमता बढ़ाने, खर्च में कटौती करने, आय बढ़ाने के साथ आर्थिक घाटा कम करने करने के लिए रोड मैप तैयार करने का निर्देश दिया था. अब एक बार फिर बेस्ट उपक्रम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया भुगतान के लिए बेस्ट ने 450 करोड़ रुपए की अग्रिम राशि देने की मांग की है. इससे पहले बेस्ट को बीएमसी की तरफ से दिए जाने वाले अनुदान बीएमसी की स्थायी समिति में पास होने के बाद ही दिए जाते थे. पहली बार है कि बेस्ट का प्रस्ताव बीएमसी प्रशासक के पास भेजा गया है. अब देखना है कि बेस्ट की मांग बीएमसी प्रशासक इकबाल सिंह चहल इसे स्वीकार करते हैं या नहीं.

बीएमसी की तरफ से बेस्ट का दिया गया आर्थिक अनुदान

वर्ष 2019- 23   –  2141.05 करोड़ रुपए

अतिरिक्त अनुदान  – 3180.22 करोड़ रुपए

कुल भुगतान –  5321.27 करोड़ रुपए

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