रेलवे की उदासीनता से हार्बर लाइन के फर्स्ट क्लास यात्री परेशान / कोच में घुसे रहते हैं सेकेंड क्लास के यात्री
हार्बर लाइन की समस्याओं पर कब ध्यान देगा रेल प्रशासन

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Central Railway passenger मुंबई. मुंबई के हार्बर लाइन( Harber Line) की लोकल ट्रेनों के फर्स्ट क्लास में चलने वाले यात्रियों का बुरा हाल हो गया है. सेकेंड क्लास की भीड़ से बचने के लिए यात्री महंगा लोकल का पास निकालते हैं. लेकिन हार्बर लाइन के फर्स्ट क्लास डिब्बों की हालत सेकेंड क्लास यात्रियों से भी बदतर हो गई है. शाम 7 बजे के कुर्ला और मानखुर्द के बीच फर्स्ट क्लास के डिब्बों में सेकेंड क्लास के यात्री ठूंस कर भर जाने से लोगों का बुरा हाल हो गया है.
फर्स्ट क्लास में चलने वाले यात्रियों की व्यथा सुनने वाला कोई नहीं है. मध्य रेल प्रशासन को केवल पैसों से मतलब है. कई बार शिकायत के बाद भी रेल प्रशासन इस समस्या की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है. शाम के समय सेकेंड क्लास और फर्स्ट क्लास डिब्बे एक जैसे हो जाते हैं. सेकेंड क्लास के यात्री सीटों पर कब्जा कर बैठे रहते हैं और फर्स्ट क्लास का पास निकालने वाले यात्रियों को खड़े होकर जाना पड़ता है.
हार्बर लाइन पर भूल से भी कोई टीटी नहीं दिखेगा. कुर्ला से वडाला के बीच एक दो टीटी कभी कभार दिख भी जाते हैं लेकिन शाम के समय नहीं. कुर्ला स्टेशन पर तैनात टीटी केवल प्लेट नंबर 4 पर आने वाले वाहनों के फर्स्ट क्लास डिब्बे के यात्रियों के टिकट की जांच करते हैं. वे भूल से भी कभी प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर नहीं जाते.
फर्स्ट क्लास डिब्बों में सफर करने वाले बिना टिकट और सेकेंड क्लास के यात्रियों को पता है कि वाशी से कुर्ला के बीच टीटी नहीं आते इसलिए वे बेखौफ होकर फर्स्ट क्लास डिब्बे में बैठकर यात्रा करते हैं. वह भी शाम के समय तो टीटी कभी दिखाई भी नहीं देते. कुछ दिन विशेष ड्राइव की आवश्यकता महसूस की जा रही है. लेकिन रेल प्रशासन है कि इस समस्या पर ध्यान ही नहीं दे रहा है. फर्स्ट क्लास डिब्बे में सफर करने वाले बेटिकट यात्री इतने ढीठ हो गए हैं कि वे झगड़ा कर लेते हैं. जिनके पास फर्स्ट क्लास का पास है उनसे पूछ बैठते हैं कि तुम टीटी हो क्या, यात्रियों की मांग है कि रेल प्रशासन जल्द इस समस्या का समाधान निकाले.