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बीएमसी का ग्लब्ज खरीद में भारी घोटाला/ लग रही 9 करोड़ रुपए की चपत

177 रुपए कीमत वाले मेडिकल इग्जामिनेशन ग्लब्ज को 900 रुपए में खरीद रही मनपा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई महानगरपालिका का सेंट्रल परचेजिंग विभाग (CPD) का बड़ा घोटाला सामने आया है. (Huge scam in BMC’s purchase of gloves)  बीएमसी अस्पतालों को सप्लाई किए जाने वाले मेडिकल इग्जामिनेशन ग्लब्ज जिसे मनपा अब तक 177 रुपए से 226 रुपए प्रति बॉक्स खरीदती रही है, उसी ग्लब्ज को अब 900 रुपए प्रति बॉक्स में खरीदने जा रही है. बीएमसी के मध्यवर्ती खरीदी विभाग में बैठे घोटालेबाजों ने इस बार बीएमसी को 9 करोड़ रुपए का चूना लगाने की तैयारी की है. गौरतलब हो कि यह कारनामा अभी हाल ही में तबादला कर मध्यवर्ती खरीदी विभाग में भेजे गए ज्वाइंट कमिश्नर विजय बालमवार के जाने के बाद किया जा रहा है.

कोरोना संक्रमण के समय  बीएमसी की स्थायी समिति ने संकट से निपटने के लिए उपकरणों और दवाओं की खरीद का अधिकार बीएमसी कमिश्नर को दे दिया था. उसके बाद से ही बीएमसी का मध्यवर्ती खरीदी विभाग मनमानी तरीके से दवाओं और अन्य वस्तुओं की खरीद कर रहा है. विभाग में बैठे अधिकारियों के मुंह में भ्रष्टाचार की ऐसी लत लग गई है जिसे छोड़ना नहीं चाहते. मनपा का कार्यक्रम खत्म होने के बाद अब और मनमानी तरीके से वस्तुओं की खरीद की जा रही है क्योंकि उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है.

 अस्पतालों मरीजों की जांच के लिए लगने वाले इग्जामिनेशन ग्लब्स, जिसे बीएमसी के अस्पताल स्थानीय स्तर पर खरीदते रहे हैं. एक बॉक्स (100 पीस) जिसकी कीमत 177 रुपए से लेकर 226 रुपए बॉक्स थी. अब मध्य प्राधिकरण खरीदी विभाग उसी ग्लब्स को 900  रुपए से अधिक कीमत में खरीदने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए निविदा भी जारी कर रेट भी फाइल कर दिए गए हैं. ऑल फूड एंड ड्रग्स लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन संस्था के सदस्यों ने लगाया कि  कि एक विशेष कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए बीएमसी अपने ही नियमों की धज्जियां उड़ा रही है.

संस्था के अध्यक्ष अभय पांडे ने बताया कि बीएमसी अपने अस्पतालों के लिए अब तक 230 मिमी लंबा ग्लब्ज खरीदती रही है. यहां तक कोरोना में भी इसी ग्लब्ज का उपयोग किया गया. हैरानी की बात यह है कि बीएमसी मात्र कुछ मिमी  लंबे ग्लब्ज  के नाम पर  करोड़ों रुपए बर्बाद करने जा रही है. अभी तक बीएमसी एक ग्लब्ज के लिए 2.17 रुपए खर्च करती थी. दावा बाजार से लेकर सब जगह इसी कीमत में ग्लब्ज उपलब्ध हैं. लेकिन अब उसी ग्लब्ज के लिए बीएमसी अधिकारी 9 रुपया 52 पैसे क्यों खर्च करने जा रहे हैं. 23 सेंटीमीटर लंबे ग्लब्ज की जगह 29 सेंटीमीटर ग्लब्ज खरीद रहे हैं, जबकि बाजार में भी 29 सीएम ग्लब्ज की कीमत 2.5 रुपए से अधिक नहीं है.

बीएमसी मध्यवर्ती विभाग ने ही 6 अक्टूबर 2022 से 5 अक्टूबर 2023 तक ग्लब्ज का वैलीड रेट तय किया था. यह वैलीड रेट 177 रुपए प्रति बॉक्स थी. लेकिन अपने द्वारा ही तय किए गए वैलीड रेट को तोड़ कर बीएमसी अधिकारी 952 रुपए का रेट तय कर रहे हैं. मनपा इग्जामिनेशन ग्लब्ज पर वार्षिक 2 से 2.5 करोड़ रुपए खर्च करती थी. अब उसी ग्लब्स खरीदने के लिए 11 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च करने की तैयारी में है.

    बीएमसी ने जो निविदा निकाली है उसमें कुल 1 लाख 18 हजार 008 बॉक्स ग्लब्ज खरीदे जाने हैं. इस ग्लब्ज को बीएमसी के अस्पतालों में भेजा जाएगा. एक रुपया 77 पैसे प्रति ग्लब्ज की जगह 9.52 रुपए खर्च करेगी. इससे बीएमसी को 9 करोड़ रुपए से अधिक की चपत लगेगी. इस बारे में बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि हमें अभी इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. हम इसका वेरीफाई करने के बाद ही इस पर कुछ कह सकते हैं.

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