15 घंटे में एक हजार सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाला/दो माह की बच्ची का पुलिस ने लगाया सुराग
बच्चा चोर दंपति वडाला से गिरफ्तार

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई पुलिस यदि चाह ले तो क्या कुछ नहीं कर सकती है. (In 15 hours, one thousand CCTV footage was searched by Mumbai Police) आतंकवादियों से दो दो हाथ करने में भी पीछे नहीं हटने वाली पुलिस पिछले कुछ वर्षों में उसके अधिकारियों की करतूतों के कारण साख पर बट्टा लग गया था. एक बार मुंबई पुलिस अपनी काबिलियत को साबित किया है. सेंट जेवियर्स स्कूल के पास फुटपाथ से अपहृत दो माह की बच्ची को तलाशने के लिए मुंबई पुलिस का प्रदर्शन सराहनीय रहा. फुटपाथ पर मां के साथ सो रही बच्ची का अपहरण करने वाले दंपत्ति को आजाद मैदान पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
दुधमुंही बच्ची को तलाशने के लिए मुंबई पुलिस ने 15 घंटे में एक हजार सीसीटीवी कैमरे को खंगाल ने के बाद पुलिस को एक सुराग हाथ लगा. वह था टैक्सी का नंबर. टैक्सी के नंबर की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंचकर बच्ची को बरामद कर लिया. मुंबई पुलिस की इस कामयाबी का खुलासा स्वयं पुलिस कमिश्नर विवेक फणसलकर ने किया है. कमिश्नर की उपस्थिति में परिवार बच्ची सौंपी गई.

विवेक फणसलकर ने बताया कि दक्षिण मुंबई के एल.टी. मार्ग के फुटपाथ पर रहने वाली 30 वर्षीय महिला ने मंगलवार को आजाद मैदान पुलिस में बच्ची के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. आजाद मैदान पुलिस ने शिकायत के बाद अपहरण का मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश के लिए आठ टीमें गठित की. इस दौरान पुलिस ने शहर में लगे हजारों सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाल डाला.
टैक्सी ड्राइवर से मिला महत्वपूर्ण इनपुट
टैक्सी ड्राइवर से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने दक्षिण मुंबई और वडाला इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में 46 वर्षीय एक पुरुष आरोपी को बच्ची के साथ जाते देखा गया. पुलिस को वह टैक्सी भी दिखाई दी जिसमें आरोपी बैठ रहा था. टैक्सी नंबर से टैक्सी ड्राइवर को ट्रेस किया गया. जिसमें उसने बताया कि व्यक्ति को लेकर वडाला में उतरा था. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस वडाला पहुंची. वडाला में जगह जगह छापेमारी करने के बाद आरोपी को पकड़ कर उसके पास से बच्ची बरामद कर लिया.
बच्ची को बेचने की थी तैयारी
अधिकारी ने बताया कि मामले में आरोपी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दंपति बच्ची को बेचने की योजना बना रहा था.लेकिन उससे पहले पुलिस ने इस योजना को फेल कर दी है. पुलिस को संदेह है कि यह दंपत्ति पहले भी इस तरह बच्चे चोरी करने के घटनाओं को अंजाम दे चुके है. पुलिस को यह भी संदेह है कि इस गिरोह में कई और लोग शामिल हो सकते हैं. बहरहाल पुलिस उनके मोबाइल और अन्य रिकॉर्ड की जांच कर गिरोह का पर्दाफाश करने की तैयारी कर रहे है.
बच्ची को देख रो पड़े माता-पिता
माता – पिता के चेहरे पर बच्ची मिलने की जो खुशी देखने को मिली. दोनों गदगद थे, बच्ची को देख उनके सब्र का बांध टूट पड़ा, फफक कर रो रहे दंपति को पुलिस ने धीर दिया. गरीब हैं, फुटपाथ पर रहते हैं, वहीं खाना पीना भी होता है लेकिन बच्चा खोने का दुख उस पीड़ा से भी ज्यादा हो गया था जब मां ने उसे जन्म दिया था. बच्ची का पिता रोते हुए पुलिस कमिश्नर के पैरों पर गिर पड़ा. उनके मुंह से पुलिस के लिए दुवाएं निकल रही हैं.