रेलवे तोड़ेगा गोखले ब्रिज, पालक मंत्री की बैठक में लगी मुहर
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के हस्तक्षेप से निकला समाधान

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. अंधेरी के गोखले ब्रिज को तोड़ने को लेकर (Railway will break Gokhale Bridge) बीएमसी और रेलवे के बीच चल रही खींचतान का आखिरकार समाधान निकल आया है. बीएमसी और रेलवे अधिकारियों की बीच शुक्रवार को मनपा मुख्यालय में बैठक के बाद ब्रिज तोड़ने पर फैसला नहीं हो सका था.
समाधान नहीं निकलने की स्थिति में गेंद राज्य सरकार के पाले में डाल दी गई थी. अंधेरी विधायक अमित साटम के अनुरोध पर उपनगर के पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई जिसमें बीएमसी, रेलवे और मुंबई ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी शामिल हुए.
अमित साटम ने बताया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात कर अनुरोध किया था कि गोखले पुल के काम को तेजी से आगे बढ़ाने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि हमारे अनुरोध पर बीएमसी, रेलवे और यातायात विभाग की एक उच्च स्तरीय बैठक पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा द्वारा उपायों को लागू करने और लागू करने के लिए बुलाई गई थी.
सबसे पहले संरचनात्मक रिपोर्ट पर दूसरी राय लेने और मूल्यांकन करने का निर्णय लिया गया था कि क्या संरचनात्मक मंजूरी के अधीन कुछ बाहरी समर्थन देकर पैदल चलने वालों, ऑटो और 2 पहिया वाहनों के लिए एक लेन का उपयोग किया जा सकता है.वही 8 दिनों में किया जाएगा. रेलवे मौजूदा पुल के एक हिस्से को तोड़ने के लिए निविदा शुरू करेगा और फरवरी के अंत तक काम पूरा कर लेगा. बीएमसी कल पुनर्निर्माण के लिए टेंडर निकालेगी और पुल को गिराए जाने के साथ ही नए पुल की प्री कास्ट सामग्री का निर्माण भी शुरू हो जाएगा.
अगले वर्ष मार्च में बीएमसी साइट पर प्रीकास्ट सामग्री के संयोजन का काम शुरू करेगी और मई के अंत तक काम पूरा करेगी. 7 जून को पुल के आने-जाने की सिंगल लेन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.




