मध्य रेलवे ने इस वर्ष दोहरीकरण, मल्टीट्रैकिंग में बनाया रिकॉर्ड
मध्य रेल पर वर्ष 2022-23 में सर्वाधिक इंफ्रास्ट्रक्चर वृद्धि

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मध्य रेल ने अपने ग्राहकों और यात्रियों के लिए बुनियादी ढांचे को (Central Railway made record work in doubling) मजबूत करने की पहल के तहत रेल लाइनों के दोहरीकरण और मल्टीट्रैकिंग, विद्युतीकरण में रिकॉर्ड काम किया है. मध्य रेल इंफ्रास्ट्रक्चर वृद्धि के लिए सर्वाधिक प्रयास कर रहा है.
अप्रैल-अक्टूबर 2022 के दौरान अब तक मध्य रेल ने अब तक का सर्वाधिक 158 किलोमीटर दोहरीकरण, मल्टीट्रैकिंग का काम पूरा किया है. यह किसी भी वर्ष में इसी अवधि के लिए किया गया रिकॉर्ड काम है. 158 किलोमीटर में नरखेड-कलम्भा, जलगांव-सिरसोली, सिरसोली-माहेजी, माहेजी-पचोरा तीसरी लाइन, भिगवान-वाशिम्बे, अंकाई किला-मनमाड, राजेवाड़ी-जेजुरी-दौन्डज, काश्ती-बेलवंडी, वल्हा-नीरा, वर्धा-चितौड़ा दूसरी काॅर्ड लाइन शामिल है.

मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि क्षमता वृद्धि से मध्य रेल को ट्रैफिक कंजेशन को दूर करने और सुचारू ट्रेन परिचालन में मदद मिलेगी. सुरक्षा, यात्री सुविधाओं पर ध्यान देने के साथ हमने रेल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और रेल नेटवर्क को भविष्य के लिए तैयार करने का लक्ष्य रखा है.
मध्य रेल ने पिछले वर्ष 2021-22 में कुल 177.11 किमी का अब तक का सबसे अधिक बुनियादी ढांचा विकास पूरा किया, जिसमें नई लाइन (31 किमी), दोहरीकरण (74.79 किमी), तीसरी/चौथी लाइन (53.32 किमी) और 5वीं/छठी लाइनें (18 किमी यानी 9 किमी की प्रत्येक लाइन) और 339 आरकेएम (रूट किमी) का विद्युतीकरण शामिल हैं.