बीएमसी में अब मास्क घोटाला,5 रुपए का मास्क 14.5 रुपए में खरीद रही बीएमसी
ट्रांसफर आर्डर के बाद भी सीपीडी से नहीं जा रहे भ्रष्ट अधिकारी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. घोटालों की जननी बन चुकी मुंबई (Now mask scam in BMC, BMC buying Rs 5 mask for Rs 14.5) महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में एक और घोटाला सामने आया है. अभी हैंड ग्लव्ज को हाई रेट में खरीदने की खबर आने के बाद उसे होल्ड पर रख दिया गया है. लेकिन बीएमसी सीपीडी विभाग में बैठे अधिकारियों ने N 95 मास्क खरीद में घोटाले को अंजाम दे दिया है. सीपीडी विभाग में बेठे कुछ अधिकारियों का तबादला होने के बाद भी वे वहीं जमें हुए हैं.
मुंबई मनपा को भ्रष्टाचार का जननी कहा जाता है. बीएमसी में नित नए दिन एक घोटाले को अंजाम दिया जाता है. अब मास्क घोटाला सामने आया है. बीएमसी अस्पतालों के लिए एन 95 मास्क खरीद रही है. जिस एक मास्क की कीमत बीएमसी 14.86 पैसे दे रही है. महाराष्ट्र सरकार के अंतर्गत आने वाले हाफकिन वही मास्क 5.61 रुपए में खरीदती है.

करोड़ों की संख्या में खरीदे जा रहे एन 95 मास्क की कीमत बीएमसी मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित दवा बाजार में 5 रुपए में खरीदा जा सकता है.
बीएमसी सीपीडी अधिकारी यह मास्क मेसर्स जे डी हेल्थकेयर से खरीद रही है. खास बात यह कि सीपीडी में बैठ कर हाई परचेज घोटाले को अंजाम देने वाली डेप्युटी डीन नायर अस्पताल वंदना सुशील तांडेल का प्रमोशन कर असिस्टेंट डीन बना कर केईम अस्पताल में कर दिया गया है. वे एक पोस्ट नीचे काम कर रही हैं लेकिन केईएम में न जाकर अब भी सीपीडी में ही जमी हुई हैं.
एक अन्य अधिकारी डॉ.यजुवेंद्र पाटिल जिन्हें कोरोना के समय एम टी अग्रवाल अस्पताल मुलुंड से सीपीडी विभाग में लाया गया था. पाटिल को 13 अक्टूबर 2022 को सीपीडी से उनके मूल अस्पताल एम टी अग्रवाल में भेजने का आदेश आने के बाद भी वे सीपीडी में जमें हुए हैं. यजुर्वेद को मूल विभाग में जाने के लिए बीएमसी ने 9 नवंबर को रिमाइंडर लेटर भी भेजा जिसमें लिखा गया है कि अस्पताल में आपकी बहुत जरुरत है फिर भी सीपीडी से जाने को तैयार नहीं हैं. विशेष बात यह कि उनके लिए बीएमसी मध्यवर्ती खरीदी विभाग में कोई पद नहीं है.
बीएमसी सेंट्रल परचेजिंग डिपार्टमेंट (सीपीडी) में फार्मासिस्ट के पद पर एक डॉक्टर कार्यरत हैं. डॉ का नाम सचिन दत्तात्रेय जगताप है. एक डॉक्टर को फार्मासिस्ट के पद पर काम कराने का कारनामा केवल बीएमसी ही कर सकती है. अजीब बात यह कि जो एन 95 मास्क बीएमसी खरीद रही है. बताया गया है कि वह मोलभाव करके खरीदा जा रहा है.
इससे पहले इग्जामिनेशन ग्लब्ज जिसे मनपा अब तक 177 रुपए से 226 रुपए प्रति बॉक्स खरीदती रही है, उसी ग्लब्ज को अब 900 रुपए प्रति बॉक्स हाई रेट में खरीदने का निर्णय लिया था. बीएमसी के मध्यवर्ती खरीदी विभाग में बैठे घोटालेबाजों ने इस बार बीएमसी को 9 करोड़ रुपए का चूना लगाने की तैयारी की थी. हालांकि उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद इग्जामिनेशन ग्लब्ज खरीद प्रक्रिया को होल्ड पर रख दिया गया था. लेकिन अब मास्क घोटाला सामने आ गया है. बीएमसी सीपीडी में बैठे अधिकारी एक से एक कारनामा कर रहे हैं.
बीएमसी अतिरिक्त आयुक्त (स्वास्थ्य) डॉ. संजीव कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है लेकिन मैं इसे देखता हूं.