सायन, माटुंगा,गांधी मार्केट, चेंबूर होंंगे जलजमाव से मुक्त
माहुल पंपिंग स्टेशन के लिए मिली जमीन

नहीं डूबेगी रेल पटरी
15,500 वर्ग मीटर जगह में बनेगा प्रोजेक्ट
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. पिछले अनेक वर्षों से जगह नहीं मिलने के कारण माहुल में बनने वाला पंपिंग स्टेशन प्रलंबित था. अब पंपिंग स्टेशन के लिए जगह मिल गई है. इस पंपिंग स्टेशन के बनने के बाद सायन से माटुंगा, गांधी मार्केट, चेंबूर ,नेहरु नगर में होने वाले जलजमाव की समस्या दूर हो जाएगी.
मुंबई में भारी बरसात होने पर इन सभी इलाकों में पानी जमा हो जाता है. इसके अलावा कुर्ला से लेकर सायन तक रेल पटरी भी पानी में डूब जाती है. इससे पूरा यातायात अवरुद्ध हो जाता है. बीएमसी ने 2006 में
ब्रिमस्ट्रोवेड उपक्रम के अंतर्गत अब तक हाजी अली, रे रोड, वरली लवग्रोव, क्लिवलैंड, जुहू इर्ला और खार के गजदरबंद स्थानों पर 6 पंपिंग स्टेशन बनाया है. पंपिंग स्टेशनों से सेकंड में ही हजारो लिटर पानी समुद्र में फेकना संभव होता है. मुख्य अभियंता कई वर्षों से माहुल पंपिंग स्टेशन बनाने के लिए साल्ट विभाग की जमीन मिलने के लिए पत्र व्यवहार कर रहे थे. अब जाकर सफलता मिली है.
माहुल पंपिंग स्टेशन बनाना बहुत जरुरी था इसलिए जमीन के बदले जमीन देने पर साल्ट विभाग तैयार हुआ है. जमीन बदलने का प्रस्ताव सुधार समिति की बैठक में रखा जाएगा.
– माहुल पंपिंग स्टेशन के निर्माण के लिए प्रमुख अभियंता (स्ट्रेन वॉटर ड्रेनेज) ने अणिक विभाग में सीटीएस नंबर 1अ/11, 1अ/12 इन दो भूखंड 15,500 वर्ग मीटर जगह बीएमसी के कब्जे में लेकर बीएमसी के सीटीएस नंबर 1अ/14 में उतनी जगह मे. अजमेरा रिअॅलिटी अँड इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया को देगी. इस संदर्भ में सभी कानूनी कार्रवाई को पूरा कर लिया गया है. बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने इसे मंजूरी भी दे दी है.
यह होगा फायदा
– पंपिंग स्टेशन के चयनित की गई जमीन अतिक्रमण मुक्त है.
– केंद्र सरकार के सीआरजेड-आईबी के अंतर्गत आने वाले वन व पर्यावरण विभाग की अनुमति मिलना सुलभ होगा.
– यह जगह नाले के पास होने से निकलने वाला पानी ले जाने के लिए अलग व्यवस्था नहीं करनी होगी.
-फ्री के पास जाने योग्य होने से मेंटीनेंस के लिए भी योग्य है.
-पंपिंग स्टेशन के कारण माहुल खाडी की चौडाई भी 56 मीटर बढ़ जाएगी.