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निवासी डॉक्टर हड़ताल, बीएमसी कमिश्नर की डीन के साथ बैठक खत्म/ इमरजेंसी, आईसीयू सेवा जारी रखने पर जोर

हड़ताल खत्म करने पर नहीं निकला कोई हल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. महाराष्ट्र में 7000 रेसिडेंट डॉक्टरों ( Maharashtra Resident Doctors Strike) की हड़ताल का बीएमसी अस्पतालों  (BMC Hospital) के 2000 डॉक्टर भी समर्थन दे रहे हैं. बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने सभी अस्पतालों के डीन की बैठक बुलाई थी जो अभी खत्म हो गई है. इस बैठक में कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका. हालांकि बीएमसी अस्पतालों में इमरजेंसी और आईसीयू सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने पर जोर दिया गया.

आज सुबह से ही निवासी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर अस्पताल गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे मरीजों को भीतर नहीं जाने दिया जा रहा है. ओपीडी पूरी तरह से बंद है. इमरजेंसी सेवाओं के संचालन के लिए सीनियर डॉक्टर को तैनात किया गया है. फिलहाल आईसीयू सेवाओं में अभी कोई दिक्कत नहीं आई है.

इस हड़ताल से वार्डों की सेवाएं भी कुछ हद तक प्रभावित हुई हैं. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण वार्ड में भर्ती मरीजों की जिम्मेदारी नर्सों पर आ गई है. बीएमसी के केईएम, नायर, सायन, कूपर और अन्य अस्पतालों में डॉक्टरों के हड़ताल से उपजी परिस्थिति की समीक्षा करने के लिए बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने आज अतिरिक्त आयुक्त स्वास्थ्य डॉ संजीव कुमार, सभी अस्पतालों के डीन के साथ विचार विमर्श किया. लेकिन हड़ताल खत्म करने को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका. हालांकि इमरजेंसी सेवा हर हाल में शुरू रखने का निर्णय लिया गया.

महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर्स के पदाधिकारी प्रवीण ढगे ने कहा कि बीएमसी प्रशासन और अतिरिक्त आयुक्त संजीव कुमार की तरफ से बातचीत के नहीं बुलाए जाने से हड़ताल की स्थिति उत्पन्न हुई है. मंहगाई भत्ता, कोविड भत्ता, सहायक प्राध्यापकों के रिक्त पदों को भरने, छात्रावास जैसी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया. इसलिए हड़ताल का रास्ता अपनाया गया.

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