मुंबई नाला सफाई के टेंडर में देरी, आयुक्त लें संज्ञान
आशीष शेलार ने लिखा बीएमसी कमिश्नर को पत्र

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष अभी तक नालों की सफाई के लिए टेंडर जारी नहीं किए जाने पर (Mumbai drain cleaning tender delayed) मुंबई भाजपा अध्यक्ष, विधायक आशीष शेलार (Adv.Ashish Shelar) ने बीएमसी कमिश्नर से तुरंत संज्ञान लेकर टेंडर निकालने की मांग की है.
विधायक आशीष शेलार ने अपने पत्र में कहा है कि हर साल मानसून से पहले 309 बड़े नाले, 508 छोटे नाले, 5 नदी और सड़कों के समानांतर चलने वाले नालों की सफाई की जरूरत होती है. वर्षों से यह देखा गया है कि यदि इन नालों की सफाई का काम मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत तक शुरू हो जाए तो सभी नालों की समय का काम पूरा हो जाता है.
लेकिन इस साल अभी तक नाला सफाई के लिए टेंडर नहीं जारी हुए हैं. यदि समय पर निविदा नहीं निकाली गई तो वास्तविक कार्य भी समय पर प्रारंभ नहीं हो पाएगा. पिछले साल टेंडर निकालने में देरी के कारण नाला सफाई का काम प्रभावित हुआ था. हमने हस्तक्षेप कर, नियमित रूप से सफाई कार्यों की निगरानी की थी. लेकिन पूरी प्रक्रिया में देरी होने से काम पर असर पड़ा.
आशीष शेलार ने कहा कि पिछले वर्षों के अनुभव के बाद भी प्रशासन इस मामले की गंभीरता को नहीं समझ पाया है और इस साल भी टेंडर प्रक्रिया में देरी हुई है. यह एक गंभीर मामला है और तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
ब्लैकलिस्टेड ठेकेदारों को निविदा से बाहर रखें
आयुक्त को लिखे पत्र में शेलार ने पांच प्रमुख मुद्दों पर ध्यान देने की मांग की है जिसमें जैसे छोटे नालों के टेंडर निकाले गए हैं, वैसे ही बड़े नालों के भी टेंडर जल्द से जल्द निकाले जाएं.निविदा प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए .पूर्व में काली सूची में डाले गए ठेकेदारों को इन अनुबंधों से बाहर रखा जाना चाहिए निविदा प्रक्रिया से लेकर सफाई कार्य के निष्पादन तक एक समयबद्ध कार्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए.
पूरी प्रक्रिया की अनदेखी और निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को तैनात किया जाना चाहिए , जो यह सुनिश्चित करे कि काम समय पर शुरू हो, इसके निष्पादन में कोई भ्रष्टाचार न हो और नालों की पूरी तरह से सफाई हो. एड.आशीष शेलार ने यह भी अनुरोध किया कि आयुक्त को भी मामले को गंभीरता से देखना चाहिए.