
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में सीमेंट कांक्रीट के सड़कों की कीमत बढ़ाने को लेकर युवा सेना प्रमुख और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के आरोपों पर अब बीएमसी ने सफाई दी है. (BMC’s clarification on Aditya Thackeray’s allegation) बीएमसी ने निविदा प्रक्रिया को पारदर्शी बताया है.बीएमसी का कहना है कि निर्माण सामग्री में वृद्धि के कारण सड़क निर्माण के टेंडर में 17 फीसदी की वृद्धि हुई हैं.
बीएमसी का कहना है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर मुंबई की 397 किमी सड़कों के निर्माण के लिए बीएमसी ने टेंडर निकाला है. टेंडर की रकम 5000 करोड़ से बढ़ कर 6000 करोड़ हो गई है.आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया था कि बीएमसी के पैसों को लूटा जा रहा है.
बीएमसी का रटा रटाया जवाब
महाविकास आघाड़ी सरकार के समय भाजपा के आरोपों पर जिस तरह बीएमसी की सफाई आती थी अब सत्ता परिवर्तन के बाद ठाकरे के आरोपों पर भी उसी तरह का रटा रटाया जवाब बीएमसी की तरफ से दिया जा रहा है.
बीएमसी ने अपनी सफाई में कहा कि निविदा प्रक्रिया में गुणवत्ता पर जोर देने, उच्च दर्जे की सड़क बनाने, नई कठोर शर्तें लगाने,मानक में बदलाव के कारण सड़क निर्माण की कीमतों में वृद्धि हुई है.अब बीएमसी पर सवाल उठ रहे हैं कि कि अब तक निकाले गए टेंडर में यही सब लिखा जा रहा था. फिर सड़कों में गड्ढे कैसे पड़े. पेवर ब्लॉक के बने अच्छे फुटपाथ को तोड़ कर सीमेंट का घटिया फुटपाथ बनाने का निर्णय किसने लिया.
घोटाले और सफाई दोनों में महारत
निर्माण कार्य में उपयोग की जा रही सामग्री की जांच के लिए बीएमसी के पास आला दर्जे की प्रयोगशाला है. उनमें जांच में जिन ठेकेदारों की सामग्री घटिया पाई गई थी, उन्हें क्यों बचाया गया. मात्र थोड़े रुपए जुर्माना लगा कर छोड़ दिया गया. ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों को ठेका दिया गया. इसकी सफाई बीएमसी मुंबई की जनता को कब देगी. जितना भ्रष्टाचार में महारत हासिल है सफाई देने में भी बीएमसी अधिकारियों को उतनी महारत हासिल है. बीएमसी घोटाले का मुद्दा हमेशा से उठाया जाता रहा है. लेकिन बीएमसी अधिकारी हमेशा अपने बचाव में सफाई भेज देते हैं.