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खटाई में पड़ा शिवसेना-वंचित गठबंधन, शरद पवार ने किया किनारा

वंचित के साथ ठाकरे की बातचीत में हम कहीं नहीं : पवार

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट  (ShivSena UBT) ने महाविकास आघाड़ी दलों को विश्वास में लिए बिना वंचित बहुजन आघाडी के साथ एक तरफा गठबंधन किया है. (Shiv Sena-VBA alliance in trouble, Sharad Pawar walks out) वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) और शिवसेना (यूबीटी) के संजय राऊत के बीच बयानबाजी को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि यह गठबंधन अधिक दिनों तक नहीं चलेगा. लेकिन अब राकां अध्यक्ष शरद पवार ने स्पष्ट कहा है कि वंचित और शिवसेना के साथ बातचीत में हम कहीं नहीं थे.

शरद पवार ने कहा कि ठाकरे गुट और वंचित की चर्चा में हम कहीं नहीं थे. हमारी राय में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, कांग्रेस, राकां को एक साथ चुनाव का सामना करना चाहिए. हम उस प्रयास को जारी रखेंगे. महाविकास अघाड़ी में एक साथ आने की स्पष्टता है. पवार ने कहा कि अगले फैसले कैसे किए जाएं, इस पर चर्चा चल रही है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार शनिवार को कोल्हापुर के दौरे पर थे. इस मौके पर उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों के विभिन्न सवालों के जवाब दिए.

मविआ नहीं शिवसेना वंचित का गठबंधन 

प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने गठबंधन किया है. राकां और कांग्रेस की तरफ से यह स्पष्ट किया गया कि आंबेडकर को महाविकास अघाड़ी में शामिल नहीं किया गया था. वंचित के हमारे साथ आने का कोई प्रस्ताव नहीं था. शरद पवार ने कहा कि उनकी  प्रकाश आंबेडकर से कोई चर्चा नहीं हुई. पवार ने कहा कि मोर्चे में शामिल होने के बारे में आंबेडकर का प्रस्ताव भी प्राप्त नहीं हुआ था. पवार ने स्पष्ट किया है कि अब तक हुई चर्चा के अनुसार यह तय हो गया है कि ठाकरे समूह, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मिल कर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. तो अब सबकी निगाह इस बात पर है कि पवार के बयान के चलते आंबेडकर महाविकास अघाड़ी को स्वीकार करेंगे या नहीं.

जहां चर्चा नहीं वहां आपत्ति कैसी 

शरद पवार ने पूछा गया कि आपको लेकर ठाकरे गुट और अंबेडकर के बीच विवाद पैदा हो गया है. इस पर शरद पवार ने सफाई देते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि दोनों के बीच विवाद है या नहीं. सीटों के आवंटन का समय नहीं आया है. अभी भी समय है. हमने अंबेडकर से चर्चा नहीं की है. जहां चर्चा ही नहीं, वहां आपत्ति का सवाल कहां? हमें गठबंधन को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. इसलिए, उन्हें स्वीकार करने या न करने का कोई सवाल ही नहीं है.

हम मिल कर लड़ेंगे या झगड़ा करेंगे: आंबेडकर 

शरद पवार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि  आगामी विधानसभा में शिवसेना वंचित चुनाव लड़ते हैं तो 150 सीटें जीत सकते हैं. यदि महाविकास आघाडी साथ में मिलकर लड़ते हैं तो 200 सीटें जीत सकते हैं. यह दोनों कांग्रेस को तय करना है कि महाविकास आघाडी में हम चारों दल मिल कर साथ लड़ेंगे या झगड़ा करते बैठेंगे. हमने शरद पवार के साथ विवाद को पीछे छोड़ दिया है. मविआ के साथ जाने के लिए हमारे पास कोई किंतु परंतु नहीं है. जब हम शिवसेना के साथ गए तो यह तय किया था कि एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी नहीं करेंगे. उसी तरह अन्य पार्टियों के नेताओं को भी टिप्पणी से बचना चाहिए. महाविकास आघाडी में हमें शामिल करने की चर्चा उद्धव ठाकरे करेंगे.

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