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एक्स्क्वेटर मशीन से नालों की सफाई

बड़े नालों की सफाई के बीएमसी की मल्टीपर्पज मशीन 

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. बीएमसी (BMC Cleaning of drains with excavator machine ) खुले नालों की सफाई के लिए रोबोटिक मल्टीपर्पज एक्स्क्वेटर ( Multipurpose Excavator) मशीन खरीदने का निर्णय लिया है. खुले बड़े नालों की सफाई में इस मशीन का इस्तेमाल बहुत कारगर हो सकता है. अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन के लिए बीएमसी करीब 8 करोड़ रुपए खर्च करेगी. बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मॉनसून के दौरान पानी की तेजी से निकासी के लिए पानी की लाइन और बड़े नाले हैं. लेकिन बरसात बाद यह नाले कचरे से जाम हो जाते हैं, इसलिए इन नालों की मॉनसून पूर्व हर साल सफाई करनी पड़ती है.
    खुले नालों की सफाई में कारगर
बीएमसी के सभी विभाग कार्यालयों की मांग के अनुसार बरसात के पानी की निकासी वाली लाइनों को साफ-सफाई के लिए विभिन्न प्रकार के संयंत्र उपलब्ध कराया जाता है. मुंबई शहर, पश्चिम उपनगर और पूर्वी उपनगर में कई खुले नाले हैं. जिसमें से कचरा, सामान, प्लास्टिक व अन्य वस्तुएं रहती हैं. जिसकी बारिश से पूर्व साफ-सफाई कराई जाती है. विदेश में निर्मित एक रोबोटिक मल्टीपर्पज एक्स्क्वेटर मशीन का इस्तेमाल खुले नालों की साफा-सफाई के लिए किया जाता है. प्रमुख नालों की सफाई के लिए यह बहुउद्देश्यीय उत्खनन मशीन है.
 रोबोटिक एक्स्क्वेटर तीन तरह के काम 
यह रोबोटिक मल्टीपर्पज एक्स्क्वेटर तीन मशीनों के रूप में काम करता है जिसमें जेसीबी, पोकलेन और ड्रेजर शामिल होता है. इसके एक कॉकपिट में एक व्यक्ति बैठकर मशीन को नियंत्रित करता है. यह मशीन सारा काम संभाल लेती है, इसलिए गाद को उठाकर नालों के किनारों पर डालने के लिए क्रेन की भी जरूरत नहीं पड़ती. इसका उपयोग भारी सामान उठाने, सड़कों की खुदाई करने और यहां तक कि पेड़ों को काटने के लिए भी किया जा सकता है  यह इतना तेज़ है कि इसे संचालित करने से पहले कोई व्यवस्था करने की आवश्यकता नहीं होती. यह मशीन आधुनिक तकनीक से लैश है. बीएमसी ने इसकी मरम्मत कराने का फैसला किया है.  साथ ही इसके अगले चार साल तक मरम्मत और देखभाल का जिम्मा भी ठेका लेने वाली कंपनी को दिया जा रहा है.
 नालों की सफाई के लिए 30 करोड़ की वृद्धि 
बीएमसी इस साल नालों की सफाई के लिए 180 करोड़ रुपए के 6 टेंडर जारी किए हैं. जो पिछले साल के मुकाबले 30 करोड़ रुपए ज्यादा है. बीएमसी ने पिछले साल नालों की सफाई के लिए 150 करोड़ रुपए का टेंडर जरी किया था. इस साल बीएमसी ने बारिश से पहले 80 प्रतिशत नालों की सफाई का लक्ष्य रखा है.
   बाढ़ से बचने नाला सफाई पर ध्यान 
ठेकेदार मुंबई के छोटे से लेकर बड़ा नाला ,स्ट्रॉम वॉटर ड्रेनेज लाइन की सफाई का काम करेंगे, जिससे मुंबई में पानी जमा होकर बाढ़ की स्थिति न बने.  मॉनसून के दौरान समुद्र में हाईटाइड आने के कारण मुंबई के अधिकांश हिस्सों में स्ट्रॉम वॉटर ड्रेनेज लाइन से पानी निकासी प्रभावित होती है. खासकर निचले हिस्सों में जलजमाव हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए बीएमसी हर साल सैकड़ों करोड़ रूपए खर्च कर नालों की सफाई करवाती है. लेकिन समय से नालों की सफाई नहीं हो पाती और नालों से निकलने वाले कचरे भी नहीं हटाए जाते इसलिए भारी बारिश के समय जगह-जगह बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है. इससे बचने के लिए इस मल्टीपर्पज मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे मानव संसाधन पर होने वाला खर्च भी बचेगा.

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