पार्टी और चुनाव चिन्ह, हाथ से फिसलने पर भड़के ठाकरे, चुनाव आयोग, पीएम मोदी पर बोला हमला
देश में लोकतंत्र नहीं तानाशाही चला रहे प्रधानमंत्री

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. केंद्रीय निर्वाचन आयोग (CEC) ने शिवसेना के शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुनाया है. आयोग ने पार्टी का नाम ‘शिवसेना और चुनाव चिन्ह धनुष बाण’ ShivSena party and Symbol to Shinde faction) पर शिंदे गुट का अधिकार बताया है. चुनाव आयोग के इस फैसले पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray attack on pm modi) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश में बड़ा सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए. चुनाव आयोग का नतीजा लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. देश की आजादी के 75 साल में अब सरकारों को धमकाया जा रहा है. ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब घोषणा करनी चाहिए कि देश में लोकतंत्र नहीं, तानाशाही चल रही है. न्यायपालिका पर कब्जा करने की कोशिश आज का परिणाम बहुत अप्रत्याशित है.
हमने चुनाव आयोग से अपील की थी कि कोर्ट की लड़ाई शुरू होने तक चुनाव आयोग को फैसला नहीं देना चाहिए. चुनाव आयोग का कहना है कि न्यायाधीशों के चयन की प्रक्रिया चुनाव आयुक्तों के समान होनी चाहिए. दुनिया की बड़ी पार्टी अपने दम पर लड़ने की हिम्मत नहीं रखती. मैंने भाजपा को चुनाव कराने की चुनौती दी. अब जब मिंधे गुट को चुनाव चिन्ह दे दिया गया है, तो संभवतः अगले महीने बीएमसी चुनाव की घोषणा हो सकती है.
बीजेपी की मुंबई पर कब्जा करने की रणनीति
ठाकरे ने कहा कि मेरे पास अभी भी शिवसेना प्रमुख द्वारा पूजे जाने वाला धनुष और बाण हैं. 100 कौरवों के एक साथ आने पर भी पांडवों की जीत हुई. महाराष्ट्र की जनता बदला लिए बिना नहीं रहेगी. हमें सुप्रीम कोर्ट में जीत की उम्मीद है. ठाकरे ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि ब्रेकिंग न्यूज दो, चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को मिलेगा, आज वही हुआ. चोर चोरी करने के बाद भी चोर ही रहता है. हम इस फैसले के खिलाफ फिर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. बीजेपी मुंबई मनपा पर कब्जा करना चाहती है.
हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा
हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए इस मामले पर दुनिया की नजर है. पिछले कुछ दिनों से चुनाव आयोग की किरकिरी हुई है. हमारे पास हलफनामे हैं, लाखों में आवेदन हैं. चुनाव आयोग ने आज गोबर खाया. जब आपने हिंदू धर्म का त्याग किया तो आपने क्या किया? बीजेपी ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा इसलिए मैं कांग्रेस के साथ गया. भले ही वे कल प्रार्थना करें, क्या वे हिंदू हैं?
मुख्यमंत्री शिंदे ने बदली डीपी
चुनाव आयोग के फैसले के ठीक बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित शिंदे गुट के सभी नेताओं ने अपनी डीपी बदल दी. डीपी पर शिवसेना का धनुषबाण है. आयोग के फैसले के बाद शिवसेना नेताओं ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया.
संस्थाओं का निर्णय कानून सम्मत
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आयोग के फैसले पर कहा कि बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर चलने वाली शिवसेना और तमाम शिवसैनिकों को धनुष बाण मिलने पर अभिनंदन करता हूं. लोकतंत्र में बहुत का महत्व है. सांसद और विधायकों की संख्या के आधार पर निर्णय होता है. देश में लोकतंत्र है और संस्थाओं का कामकाज कानून के अनुसार चलता है.