बम और गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला प्रयागराज, विधायक हत्याकांड के गवाह की हत्या, दो सुरक्षाकर्मियों को भी लगी गोली

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Umesh pal Murder: प्रयागराज. बसपा विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके घर में घुसकर गोली मार दी, उमेश पाल पर बम से भी हमला किया गया. (Prayagraj shaken by the flurry of bombs and bullets, murder of MLA murder witness, two security personnel were also shot)
उमेश पाल के साथ रहे दो सुरक्षा कर्मी भी घायल हो गए. अचानक हुए हमले में गंभीर रूप से घायल उमेश को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मौत हो गई. इस हमले में घायल पुलिसकर्मी का इलाज चल रहा है. बम और गोलियों की तड़तड़ाहट से प्रयागराज के निवासी सहमे हुए हैं.
राजू पाल मर्डर केस में पूर्व सांसद अतीक अहमद, पूर्व विधायक अशरफ आदि आरोपी हैं. सभी आरोपी जेल में बंद हैं. आज ही कोर्ट ने अतीक अहमद की जमानत याचिका खारिज की थी. उसके बाद मुख्य गवाह को गोलियों और बमों से भून दिया गया.
गौरतलब हो कि बदमाशों ने उमेश पाल के धूमनगंज स्थित घर में घुसकर न केवल ताबड़तोड़ फायरिंग की बल्कि बम भी फेंके. उमेश पाल की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि उनके एक गनर की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. एक घायल सिपाही का नाम राघवेंद्र सिंह है जिसके पेट में गोली लगी है.
राजू पाल 2005 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर विधायक बने थे. राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को पराजित किया था. चुनाव में जीत के बाद राजू पाल की मुश्किलें बढ़ गई थी करारी हार का बदला लेने के लिए राजू पाल की दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना में उमेश पाल मुख्य गवाह थे. उमेश पाल हाईकोर्ट से अपनी क्रेटा कार से शुक्रवार की शाम जैसे ही घर पहुंचे कि कार से उतरते ही चार की संख्या में हमलावरों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी. उमेश घर के अंदर भागे. दोनों सिपाही उन्हें कवर कर अंदर ले जाने लगे. हमलावरों ने अंदर घुसकर गोलियां चलाते रहे. उमेश और दोनों सिपाही बुरी तरह घायल हो गए थे. कुछ लोगों का कहना है की उमेश पाल शुक्रवार को हाईकोर्ट में गवाही देने गए थे. घर लौटने पर यह घटना हुई.
अपराधियों की तलाव में लगी पुलिस की 10 टीमें
छावनी में तब्दील हुआ इलाका देखते ही देखते पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. पुलिस ने प्रतापगढ़ के बार्डर को सील कर दिया है. आस पास के जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि अपराधियों की तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें बनाई गई हैं.