आदित्य ठाकरे के ड्रीम प्रोजेक्ट पर हथौड़ा,160 करोड़ रुपए पानी में
बीएमसी को तोड़ना पड़ रहा पवई तालाब के किनारे बना साइकिल ट्रैक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई: आदित्य ठाकरे (Powai bycycle Track) के निर्देश पर 160 करोड़ रुपए की लागत से पवई तालाब के किनारे बनाए जा रहे साइकिल ट्रैक को तोड़ने पड़ रहा है. BMC Start Demolition) आदित्य ठाकरे के इस प्रोजेक्ट पर अब बीएमसी ही हथौड़ा चलाने पर मजबूर हो गई है. पर्यावरण को नुकसान पहुंचने और तालाब के जीव जंतुओं के हानिकारक साइकिल ट्रैक को तोड़ने का आदेश मुंबई हाईकोर्ट ने दिया था. अब तक बनाए गए साइकिल ट्रैक को तोड़ने के बीएमसी को अलग से 66 लाख रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं. ( Hammer on Aditya Thackeray’s dream project, Rs 160 crore in water)
मुंबई हाईकोर्ट द्वारा साइकिल ट्रैक को अवैध करार दिए जाने के बाद बीएमसी ने इस ट्रैक को तोड़ने की कार्रवाई शुरु किया है. बीएमसी जल अभियंता विभाग ने शनिवार से टेंडर प्रक्रिया लागू कर इस ट्रैक को हटाने का काम शुरू कर दिया है. अधिकारी ने बताया कि अगले दो दिन में साइकिल ट्रैक को हटा दिया जाएगा.
पवई तालाब के बगल में बीएमसी द्वारा बनाए जा रहे ‘जॉगिंग‘ और ‘साइकिल ट्रैक‘ को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 6 मई, 2022 को अवैध घोषित किया था. इतना ही नहीं, निर्माणों को तुरंत हटाने और झील क्षेत्र को बहाल करने का भी आदेश दिया था. कोर्ट ने कैचमेंट एरिया में किसी तरह के निर्माण पर भी रोक लगा दी थी, इस फैसले को बीएमसी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. हालांकि, बाद में इसे वापस ले लिया गया था.
बीएमसी ने झील के किनारे मिट्टी पाट कर 10 किमी लंबा ‘साइकिल ट्रैक‘ बनाने का काम शुरू किया था. इसके लिए तालाब में 50 मीटर तक 6 से 8 मीटर चौड़ी बजरी-पत्थर की भराई डाली गई थी. इस निर्माण से झील का क्षेत्रफल लगभग चार प्रतिशत कम हो जाता. इस कार्य से तालाब के किनारे पेड़ों के लिए भी खतरा पैदा हो गया था. पर्यावरण विशेषज्ञों ने झील में जीव जंतुओं और मगरमच्छों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा जताया था.
बीएमसी ने पवई झील के किनारे मिट्टी पाटकर साइकिल का निर्माण शुरु किया था. महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में पवई झील क्षेत्र में डॉ बाबासाहेब अंबेडकर पार्क के पास पानी में 50 मीटर से ज्यादा लंबा बजरी-पत्थर भरे जा रहे थे. मिट्टी डालने के लिए पड़े वहां बड़े पत्थरों को जेसीबी से हटाया जा रहा है.