वायु प्रदूषण को कम करने वार्ड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन
नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में चल रहे विकास कार्य के कारण हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है.(Formation of ward level task force to reduce air pollution वायु प्रदूषण में धूल एक प्रमुख योगदान कारक बन गया है, हवा में उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए बीएमसी ने मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए वार्ड स्तरीय टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया है. ये टास्क फोर्स प्रत्येक वार्ड में नियुक्त की जा रही हैं और प्रत्येक विषय के लिए तीन टास्क फोर्स नियुक्त की जाएंगी.
मुंबई में हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बीएमसी ने वार्ड स्तर पर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के कार्यान्वयन की शुरुआत की है. बीएमसी ने धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी और सख्त उपाय किए हैं, और इन उपायों के उल्लंघन को रोकने के लिए निर्देश भी जारी किए हैं. बीएमसी आयुक्त और प्रशासक श्री इकबाल सिंह चहल ने आदेश दिया है। साथ ही, मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने के लिए अतिरिक्त मनपा आयुक्त (पश्चिम उपनगर) डॉ. संजीव कुमार की अध्यक्षता में सात सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया था. समिति द्वारा प्रस्तावित उपायों के अनुसार वार्ड स्तर पर तीन टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. सभी वार्डों में टास्क फोर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. टास्क फोर्स का दौरा भी शुरू हो चुका है.
टास्क फोर्स ऐसे करेगा कार्य
बीएमसी द्वारा गठित टास्क फोर्स भवन निर्माण कार्य के दौरान धूल के कणों पर नियंत्रण की जिम्मेदारी तीन सदस्यों की टास्क फोर्स की होगी फील्ड दौरों के माध्यम से, परियोजना स्थल की नियमित रूप से निगरानी और विशेष रूप से मुंबई में वर्तमान में चल रहे सड़क निर्माण और पुल निर्माण के क्षेत्रों में बीएमसी और अन्य एजेंसियों द्वारा शुरू किए गए कार्यों की निगरानी भी इस टास्क फोर्स द्वारा की जाएगी. इस टास्क फोर्स के सदस्यों में सहायक अभियंता (भवन एवं कारखाना), सहायक अभियंता (भवन प्रस्ताव) एवं उप अभियंता (सड़क) शामिल होंगे. परियोजना स्थल पर धूल नियंत्रण में उपयोग की जाने वाली विभिन्न तकनीकों या विधियों का टास्क फोर्स मूल्यांकन करेगा.
सड़कों की सफाई पर ध्यान
मुंबई में सड़कों की सफाई का काम भले ही रोजाना हो रहा हो, लेकिन धूल उड़ना स्वाभाविक है. टास्क फोर्स हमेशा धूल भरी सड़कों, सड़कों की नियमित सफाई, सड़कों पर धूल को नियंत्रित करने के उपाय, पानी का छिड़काव, सड़कों की सफाई के लिए विशेष सफाई अभियान की निगरानी करेगी. टास्क फोर्स उन जगहों की भी तलाश कर उनका पता लगाएगी जहां कचरा और अन्य अपशिष्ट पदार्थ जलाए जाते हैं, खासकर खुली जगह पर. टास्क फोर्स में असिस्टेंट इंजीनियर (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट), सब इंजीनियर (मेंटेनेंस) और हॉर्टिकल्चर असिस्टेंट शामिल होंगे. धूल नियंत्रण उपायों के नियमित कार्यान्वयन की निगरानी उन स्थानों पर की जा रही है जहां सड़क या पुल का काम शुरू हो गया है या,चल रहा है.
अशुद्ध ईंधन का प्रयोग रोकने
टास्क फोर्स मुंबई में होटल, रेस्तरां, ढाबों, बेकरी, भोजनालयों, सड़क के किनारे स्टालों में ईंधन के प्रकार के उपयोग की निगरानी करेगी. टास्क फोर्स इन जगहों पर इस्तेमाल हो रहे ईंधन के प्रकार की जांच करेगी. टास्क फोर्स में सहायक अभियंता (मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल), चिकित्सा अधिकारी (स्वास्थ्य), और उप-इंजीनियर (मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल) शामिल होंगे. टास्क फोर्स उन जगहों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट देगी जहां अशुद्ध ईंधन का इस्तेमाल हो रहा है.
टास्क फोर्स द्वारा कार्रवाई टास्क फोर्स के सदस्यों को निर्देशित किया गया है कि वे वार्ड स्तर पर निरीक्षण करें और उनकी टिप्पणियों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करें. साप्ताहिक रिपोर्ट वार्ड के सहायक आयुक्त को सौंपी जाएगी. जो लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं और धूल नियंत्रण, पर्यावरण और अन्य प्रासंगिक मुद्दों से संबंधित मापन करते हैं, उन्हें पहले नोटिस दिया जाएगा. यदि इस नोटिस के बाद भी नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो परियोजना स्थल पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. टास्क फोर्स द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में सहायक आयुक्त कार्यालय को भी सूचित किया जाएगा.संबंधित विभाग द्वारा संबंधित ठेकेदार/एजेंसी के विरुद्ध उचित दंडात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया करवाने की जिम्मेदारी टास्क फोर्स की होगी.
देना होगा स्वयं प्रमाणन
जहां परियोजना कार्य किया जा रहा है वहां ठेकेदार/सेवा प्रदाता द्वारा एक स्व-प्रमाणित घोषणा-पत्र देना होगा. इस घोषणा पत्र के विपरीत कार्य करने पर जुर्माना लगाया जाएगा.
एआईक्यू स्तर 80 पर
मुंबई की हवा में प्रदूषण स्तर दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया था. मुंबई में एआईक्यू का स्तर बढ़ कर 350 तक पहुंच गया था. बीएमसी के एक्शन के बाद फिलहाल हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. आज की तारीफ में मुंबई में एआईक्यू स्तर 80 पर दर्ज किया गया है.