अंटापहिल पुलिस की गुंडागर्दी, लॉकअप में बंद कर दो अधिवक्ता एड. साधना यादव और एड. हरिकेश शर्मा की जमकर पिटाई

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. दोस्ती शॉपी लिंक HKS लीगल कार्यालय में काम कर रही एडवोकेट साधना यादव और एडवोकेट हरिकेश शर्मा की पिटाई का मामला सामने आया है. अंटापहिल पुलिस Antophill police) की क्रूरता के शिकार हुए इन दोनों अधिवक्ताओं की पिटाई का मामला गरमा गया. अधिवक्ताओं में जहां एक तरफ आक्रोश है वहीं स्थानीय नागरिकों ने अंटापहिल पुलिस पर कठोर कार्रवाई की मांग की है. (Antaphill police’s hooliganism, lock them in lockup, beaten Advocate Sadhna Yadav and Harikesh Sharma was severely )
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर में एड. साधना यादव जब वहां के सार्वजनिक शौचालय में गईं तो किसी ने उनका दरवाजा बाहर से बंद कर दिया.
100 नंबर पर कॉल की गई तो कुछ ही देर में पुलिस आ गई.पुलिस वहां पर मौजूद एड. हरिकेश शर्मा व एड. साधना यादव को शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन ले आई लेकिन पुलिस स्टेशन पहुंचने पर पुलिस ने उसके बयान को गंभीरता से नहीं लिया. वहां पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने गाली गलौज शुरू कर दिया. दोनों को लॉकअप में बंद कर खूब पिटाई की गई. महिला एडवोकेट होने के बावजूद पुरुष पुलिस कर्मी ने उनको गाली देते हुए पिटाई की. दोनों को
बेल्ट, हाथ, पैर, जूता से पीटते रहे. साधना यादव के पैर में फ्रैक्चर आ गया है.
पुलिस अधिकारी दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक दोनों को शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देते रहे. पुलिस स्टेशन में रखे जाने का कारण पूछने पहुंचे नागरिकों को पुलिस ने डंडे का धौंस दिखाकर भगाने का प्रयास किया वे रात 8.30 बजे तक दोनों से किसी को मिलने नहीं दिए. सोशल मीडिया के माध्यम से जब जनप्रतिनिधियों को संबंधित प्रकार की जानकारी हुई तो विधायक, पत्रकार, आर. टी.आई. कार्यकर्ता पहुंचे तब एड. हरिकेश शर्मा व एड. साधना यादव को मिलने दिया गया. उसके बाद अंटापहिल पुलिस क्रूरता की जानकारी सामने आयी.
पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नासिर कुलकर्णी ने कानून और व्यवस्था के प्रतिकूल रुख अपनाते हुए दोनों अधिवक्ताओं से पत्र लिखवाया कि उसके साथियों के करतूत की कोई शिकायत कहीं दर्ज नहीं कराएंगे. इन दोनों को उपस्थित नागरिकों ने 1200 रुपए का फाइन भर कर छुड़ाया. बाद में दोनों को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया.
स्थानीय विधायक तमिल सेल्वम ने कहा कि वे इस अमानवीयता की शिकायत पुलिस उपायुक्त जोन के पुलिस उपायुक्त प्रवीण मुंढे से करेंगे. पुलिस की इस दरिंदगी से लोगों में आक्रोश है. अधिवक्ताओं में भी बहुत गुस्सा है.




