
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. पी दक्षिण विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारी रमेश परमार आत्महत्या मामले में बीएमसी ने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर जांच शुरु कर दी है. इन अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने दो वर्ष से रमेश परमार का वेतन नहीं दिया था जिससे परेशान होकर रमेश ने आत्महत्या का रास्ता चुना.
स्थापत्य समिति की बैठक में बीजेपी पार्टी नेता विनोद मिश्रा सहित अन्य नगरसेवकों ने मामले को उठाने का प्रयास किया लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी जिससे नाराज होकर सदस्यों ने सभा का बहिष्कार कर दिया.
रमेश परमार अपने पिता जगदीश परमार की जगह पर दो साल पहले सफाई कर्मचारी के तौर पर काम पर लगा था. प्रशासनिक अनीता नाइक, चीफ क्लर्क समीरा मांजरेकर और क्लर्क पंकज खिल्लारे के कारण दो वर्ष से बिना वेतन काम कर रहा था. उसे आशा थी कि एक दिन उसका पूरा वेतन मिल जाएगा लेकिन बाबुओं की तिकड़ी के कारण वेतन से वंचित रहा. आखिरकार रमेश ने आत्महत्या कर लिया. बीएमसी ने इन तीनों अधिकारियों को निलंबित कर जांच शुरु कर दी है.