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Irshalvadi Landslide: रायगड के इरशालवाडी में भूस्खलन 10 की मौत, राहत बचाव कार्य जारी, मुख्यमंत्री दुर्घटना स्थल पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने कंट्रोल रूम की संभाली कमान

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
पनवेल. रायगड जिले के खालापुर के पास इरसालवाडी (Irshalvadi Landslide) में तलिये जैसा हादसा हुआ है. बुधवार रात एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है जब 30 से 40 घरों के उपर पहाड़ी का मलबा गिर गया. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है. 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है. कुछ लोगों के अब भी मलबे के नीचे फंसे होने की संभावना है,एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय नागरिकों की मदद से इस जगह पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. लेकिन बारिश के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है. हालांकि राहत बचाव कार्य के बाद 72 लोग खुद को बचा लिया . 17 घायलों का कामोठे के एमजीएम अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस गांव में 50 से 60 घरों की ठाकर आदिवासी बस्ती है. यहां से करीब 286 रहते हैं. भूस्खलन का के मलबे में 30 से 40 घरों के लोगों के फंसे होने का अनुमान है. रायगड जिला कलेक्टर योगेश म्हसे के अनुसार, इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है और 80 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है. यह घटना नवी मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले मोरबे बांध के पास हुई है. इरसलगढ़ (Irsalgad) की तलहटी में इरसलवाडी है. इससे भी नीचे चौक नामक नेताजी पालकर का पैतृक गांव है. इरसलगढ़ की तलहटी में स्थित, यह इरसलवाडी मुख्य रूप से आदिवासी समुदाय बसे हुए हैं.

इरशालवाडी भूस्खलन में राहत बचाव कार्य के एनडीआरएफ की चार टुकड़ी तैनात की गई है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मंत्री उदय सामंत, गिरीश महाजन, दादा भुसे मौके पर हैं राहत बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं. जबकि हादसे की सूचना मिलने पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सीधे राज्य सरकार के कंट्रोल रूम में पहुंच कर स्थित पर नजर रख रहे थे. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कहा कि हमारी नजर राहत बचाव कार्य पर है. 75 लोगों को बचाया गया है.
पिछ्ले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण रायगड की पांच नदियां खतरे के निशान के उपर बह रही है. कोहरा, अंधेरा और लगातार बारिश बचाव प्रयासों में बाधा बन रही है. बारिश के कारण पहाड़ पर अभी भी मिट्टी गिर रही है. गांव तक पहुंचने का रास्ता बंद है और गाड़ियां नहीं जा रही हैं. आधे घंटे तक पैदल चलना पड़ता है. एनडीआरएफ, पुलिस अधिकारियों समेत करीब 100 लोगों की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव एवं राहत कार्य जारी है. इस बीच, एनडीआरएफ की दो और टीमें भी मुंबई से घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं. चूंकि घटना आधी रात को हुई, इसलिए बचाव कार्य में बाधा आ रही है.