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सत्ता में आए तो अमेरिका में मुस्लिमों की इंट्री बंद, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान से खलबली
मुस्लिम शरणार्थियों को लेकर यूरोपियन यूनियन के देश भी हो रहे बेचैन

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दिल्ली. अमेरिका के पास पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बयान में कहा है कि यदि वे दोबारा सत्ता में आये तो अमेरिका में मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे गाजा के रिफ्यूजियों को रोक देंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो यहूदी विरोधी है या फिर इजराइल के अस्तित्व को नहीं मानता है, वह अमेरिका में कदम नहीं रख सकेगा. ऐसे सभी लोगों के वीजा रद्द किए जाएंगे और उन्हें वापस उनके देशों में भेज दिया जाएगा. (Entry of Muslims in America will be stopped if he comes to power, former President Donald Trump’s statement creates panic)
आतंकी संगठन हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए अचानक हमले के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान मुस्लिम कम्युनिटी में खलबली मचाने वाला है. आयोवा में कैंपेन के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में रहकर सार्वजनिक रूप से फिलीस्तीन और हमास का समर्थन करने वालों को निर्वासित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिन देशों में आतंकवादी हैं, वहां यात्रा प्रतिबंध लगाया जाएगा.
हालांकि ट्रंप ने यह नहीं बताया कि वे इसे कैसे लागू करेंगे लेकिन मुस्लिम राष्ट्रों और आतंक के समर्थक देशों पर उन्होंने कई तरह के प्रतिबंध लगाने की बात कही. हमास के हमले में अब तक जहां 1400 इजराइलियों की मौत हुई है. वहीं, इजराइल के पलटवार करने के बाद 3500 से ज्यादा फिलीस्तीनी मारे गए हैं. फिलहाल इजराइल की सेना हमास के नियंत्रण वाले गाजा में जबरजस्त कार्रवाई कर रही है.
अमेरिकी ही नहीं यूरोपीय यूनियन के देशों में जिस व्यक्ति तरह फिलिस्तीन का समर्थन करने के रैली निकाली थी उससे उन सभी देशों में बैचैनी बढ़ गई है. पोलैंड को छोड़ कर सभी यूरोपियन देशों में मुस्लिम शरणार्थियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. इससे इसाई धर्म के लोगों और शरणार्थियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है. सरकारें भी अपने देश में आतंकी घटनाओं को लेकर चिंतित हैं. पोलैंड ने कहा है कि यूरोप के देशों में अनेक आतंकी वारदातें हुई हैं. उनका देश आतंकी घटनाओं से इसलिए अछूता है क्योंकि उसने मुस्लिम शरणार्थियों को अपने यहां पनाह नहीं दी है. जहां जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, में मुस्लिमों की संख्या करोड़ों में है, वहीं पोलैंड में केवल 50 हजार मुस्लिम हैं.