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गिट्टी मुक्त ट्रैक पर दौड़ेगी देश की पहली बुलेट ट्रेन, हवा की रफ्तार मापने लगेंगे एनीमोमीटर

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दिल्ली. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना (Bullet train)  पर खुलासा किया है हाई स्पीड ट्रेन गिट्टी मुक्त ट्रैक पर दौड़ेगी. आपदा यानी आंधी तूफान के कारण बुलेट ट्रेन और ट्रैक को नुकसान से बचाने के लिए खास कदम उठाए जा रहे हैं.(Country’s first bullet train will run on ballast free track, people will start measuring wind speed)
रेल मंत्री ने कहा कि 508 किमी लंबे मुंबई – अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरीडोर बुलेट ट्रेन के लिए भारत में पहली बार स्पेशल ट्रैक सिस्टम तैयार किया जा रहा है.  आम रेलवे ट्रैक की तरह हाई स्पीड रेल के ट्रैक पर गिट्टी का उपयोग नहीं किया जाएगा. बुलेट ट्रेन के लिए जे-स्लैब बैलेस्टलेस ट्रैकसिस्टम का निर्माण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस ट्रैक सिस्टम के मुख्य रूप से 4 भाग हैं. आरसी ट्रैक बेड, सीमेंट मोर्टार, प्री कास्ट ट्रैक स्लैब और रेल विदफास्टनर्स, प्री- कास्ट आरसी ट्रैक स्लैब का निर्माण देश के ही 2 शहरों में किया जा रहा है  गुजरात के आनंद और किम में यह काम चल रहा है. लगभग 35 हजार मीट्रिक टन रेल आ चुकी है. ट्रैक का तेजी से निर्माण किया जा रहा है. यह अद्वितीय ट्रैक सिस्टम बेहतरीन इंजीनियरिंग की मिसाल है. यह मेक इन इंडिया का शानदार उदाहरण भी पेश करता है.
 उन्होंने कहा कि 508 किलोमीटर लंबे मार्ग में 14 स्थानों पर हवा की गति मापने के लिए एनीमोमीटर लगाया जाएगा. राष्ट्रीय हाईस्पीड रेल निगम लिमिटेड ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर देश के पश्चिमी हिस्से में तटीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जहां हवा की गति विशेष रूप से कुछ क्षेत्रों में केंद्रित है. इन तेज हवाओं में पुल पर ट्रेन संचालन को प्रभावित करने की क्षमता होती है. इसके समाधान के लिए वायाडक्ट पर एनीमोमीटर लगाने के लिए 14 स्थानों की (गुजरात में 9 और महाराष्ट्र में 5) पहचान की गई है. ये उपकरण विशेष रूप  से हवा की गति की मॉनिटरिंग करते हुए, नदी ब्रिज और तेज हवा की संभावना वाले क्षेत्रों में केंद्रित होंगे. वैष्णव ने बताया कि इस परियोजना के 295 किमी पियर और 153 किमी वायाडक्ट तैयार किया जा चुका है.

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