मई से भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढे, बीएमसी खर्च करेगी 78 करोड़ रुपए
गड्ढा भरने के हार्डनिंग कांक्रीट पद्धति का होगा इस्तेमाल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मानसून आने में अभी दो महीने का समय बचा है. उससे पहले मुंबई महानगरपालिका मुंबई की सड़कों में पड़े गड्ढों को भरने की तैयारी पूरी कर ली है. ( Bmc Will spent 78 crores on filling potholes on the road) विभिन्न तकनीकों से शहर, पश्चिमी और पूर्वी उपनगरों में गड्ढों को भरने के लिए 78 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया लागू कर दी गई है. मई के पहले सप्ताह से गड्ढा भरने का काम शुरू हो जाएगा.
बरसात का मौसम आते ही सड़क पर बने गड्ढों से होने वाली परेशानी अप्रिय होती है. हर साल बरसात के मौसम में करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद सड़कें गड्ढों से पटी रहती हैं. इसके समाधान के लिए नगर पालिका ने शहर व उपनगरों की सभी सड़कों को सीमेंट कांक्रीट कराने का निर्णय लिया है. इसमें कम से कम पांच से दस साल लगने की संभावना है. इसलिए मानसून से पहले सड़क के गड्ढों को विभिन्न तकनीकों से भर दिया जाएगा. पूर्वी उपनगर मुलुंड कुर्ला तक रिएक्टिव एस्फाल्ट तकनीक से सड़क के गड्ढों को भरने का निर्णय लिया गया है.
मुंबई में गड्ढों को भरने पर खर्च होंगे 14 करोड़, पूर्वी के सड़कों के गड्ढों के लिए करीब 10 करोड़ और पश्चिमी उपनगरो के लिए 54 करोड़ खर्च किए जाएंगे.
पश्चिमी उपनगरों में बांद्रा से दहिसर तक सड़कों पर गड्ढों को भरने के लिए तेजी से सख्त कंक्रीट का इस्तेमाल किया जाएगा. ये कार्य विभागवार किए जाएंगे. दो ठेकेदारों को शहर के लिए, छह ठेकेदारों को पश्चिमी उपनगरों के लिए और दो ठेकेदारों को पूर्वी उपनगरों के लिए नियुक्त किया जाएगा. ये ठेकेदार मई से छह माह तक सड़क के गड्ढे भरने जा रहे हैं. सड़क विभाग ने यह भी कहा कि टेंडर प्रक्रिया में छह माह की अवधि निर्धारित की गई है. सड़क विभाग ने कहा कि गड्ढों को भरने की निविदा प्रक्रिया 28 अप्रैल तक चलेगी और इसके बाद काम वास्तव में शुरू होगा.
सड़क पक्का करने पर व्यय (छह माह के लिए)
शहर – 14 करोड़ रुपए
पूर्वी उपनगर – 10 करोड़ रुपए
पश्चिमी उपनगर – 54 करोड़ रुपए




