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मानसून में भरे गए  54 हजार गड्ढे, वेबसाइट पर मनपा दिखा रही मात्र 300 गड्ढे

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई की सड़कों में बने गड्ढों से मुंबईकरों को रुलाने वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने दावा किया है कि पिछले पांच वर्षों में इस साल गड्‌ढों को भरने के लिए सबसे बेहतर तरीके से काम किया गया है.(54 thousand potholes were filled in monsoon, only 300 potholes are showing on the Municipal Corporation’s website)

मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मानसून पूर्व गतिविधियों और योजना के साथ-साथ मानसून के दौरान इसके सावधानीपूर्वक कार्यान्वयन और सूक्ष्म नियोजन के कारण मानसून के दौरान गड्ढों को शीघ्र भरना संभव हुआ है.उन्होंने दावा किया कि बारिश रुकने के बाद मुंबई महानगर में 54,000 गड्ढे भरे गए हैं. मनपा का यह दावा उसकी वेबसाइट से विपरीत है जहां मात्र 300 गड्ढे होने और उसे बुझा देने का जिक्र किया गया है.

अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू ने कहा कि मुंबई में तीन राजमार्गों और मुख्य सड़कों पर गड्ढे भरने के लिए लगातार प्रयास किए गए हैं. अधिकारियों से कहा कि नागरिकों की शिकायतों पर निर्भर रहने के बजाय मनपा का पूरा सिस्टम इस साल गड्ढों को भरने के लिए सक्रिय रूप से पहल कर रहा था. इस वर्ष हर विभाग के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर भी गड्ढों को भरने के लिए किए गए उपायों और सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी.

उन्होंने कहा कि इस साल जुलाई में मुंबई में चार दिन ऐसे थे जब एक ही दिन में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हुई. इसके साथ ही सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ गया है. लगातार बारिश से गड्ढे हो जाते हैं. जैसे ही बारिश ने ब्रेक लिया, पूरे सिस्टम ने योजना के अनुसार बहुत ही सावधानीपूर्वक प्रदर्शन करते हुए हर जगह के गड्ढों को भर दिया गया. मुंबई की सड़कों पर भारी वाहनों के निरंतर और भारी यातायात को देखते हुए मनपा के सड़क विभाग ने यातायात पुलिस और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करके इस उपलब्धि को रिकॉर्ड समय में पूरा करने का कारनामा किया है.

मुंबई में ईस्टर्न एक्सप्रेसवे (18.6 किमी – मुलुंड से शिव) और वेस्टर्न एक्सप्रेसवे (27.6 किमी – दहिसर चेक नाका से माहिम) दोनों को नवंबर 2022 से मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी के माध्यम से मनपा को स्थानांतरित किया गया है. इसलिए इन दोनों हाईवे की जिम्मेदारी भी मनपा की है. इसके साथ ही ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे (17 किमी) की जिम्मेदारी भी मनपा की है. सड़क विभाग ने इन तीनों राजमार्गों की जिम्मेदारी की चुनौती को स्वीकार करते हुए इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि इन सड़कों पर गड्ढे न हों,

सड़क पर गड्ढे न हों, इसके लिए बनाई गई सूक्ष्म योजना

गड्ढे भरने के लिए मनपा ने अतिरिक्त मानवबल का उपयोग किया.  पहले नियुक्त 75 रोड इंजीनियरों के साथ अब प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 227 सब इंजीनियरों को भी लगाया गया.
गड्ढों को भरने के लिए मैस्टिक तकनीक का उपयोग करने के लिए अतिरिक्त निविदाएं आमंत्रित की गई हैं. और पांच जोन में कार्य आदेश दिए गए हैं. दूसरे जोन की कार्यवाही भी अंतिम चरण में है. इन निविदाओं की खास बात यह है कि प्रत्येक प्रशासनिक विभाग (वार्ड) के लिए मैस्टिक कुकर उपलब्ध कराये गये हैं.गड्ढों को भरने के लिए रैपिड हार्डनिंग कंक्रीट, मैस्टिक डामर, रिएक्टिव डामर, कोल्ड मिक्स जैसी विभिन्न नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके गड्ढों को तुरंत भरा जा रहा है, इससे गड्ढे भरने की गति तेज हो गई है.

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