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मुंबई में बढ़ाई जाएगी कोरोना की जांच, नागरिकों को मास्क लगाने की सलाह, लेकिन बाध्यकारी नहीं

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. दुनिया में एक बार फिर कोरोना वायरस का नया प्रकार सामने आया है. इस प्रकार का नाम JN.1 है और इसके मरीज भारत में भी पाए गए हैं. देश में केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं. वहीं, अन्य कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. इसलिए, राज्य सरकार ने दिशानिर्देशों की घोषणा की है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मनपा भी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है. बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त डॉ सुधाकर शिंदे ने कहा कि मुंबई में कोरोना जांच बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. (Corona testing will be increased in Mumbai, citizens advised to wear masks, but not binding)
देश में मिले मरीजों की संख्या की तुलना में महाराष्ट्र में 1.9 फीसदी कोरोना मरीज हैं. दिसंबर में मुंबई में किए गए 1,005 परीक्षणों में से केवल 34 मरीजों की रिपोर्ट सकारात्मक आई है. इसमें 80 फीसदी मरीज संभ्रांत बस्तियों से हैं और बाकी मरीज स्लम एरिया से हैं.
    कोरोना बढ़ने का खतरा नहीं
मुंबई में पिछले चार महीने में कोरोना से सिर्फ एक मरीज की मौत हुई है. कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने विभिन्न उपाय किये जा रहे हैं. नागरिकों को भी सावधान रहने की जरूरत है. मास्क लगाने का फैसला केंद्र सरकार ने दिया है. लेकिन सावधानी बरतते हुए नागरिक स्वेच्छा से मास्क का प्रयोग करें तो यह सही होगा. फिलहाल  मास्क का इस्तेमाल बाध्यकारी नहीं है.
 जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर 
शिंदे ने कहा कि मुंबई में हर महीने करीब 1,000 टेस्ट किए जा रहे हैं. इसमें ज्यादा से ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट करने पर जोर दिया जा रहा है और प्राइवेट अस्पतालों में ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं. देश में कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुंबई में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने पर जोर दिया जाएगा. मुंबई में कोरोना और इसके नए संक्रमण को लेकर फिलहाल कोई गंभीर स्थिति नहीं है. परीक्षण में सकारात्मक रिपोर्ट आने वाले रोगियों के आनुवंशिक अनुक्रमण परीक्षण पर जोर दिया जाएगा. इसलिए नागरिकों को डरने या चिंता करने की जरूरत नहीं है।
सिंधुदुर्ग में जेएन.1 मरीज पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. इसके मुताबिक बीएमसी कोरोना की गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. इस संबंध में हाल ही में मॉक ड्रिल आयोजित की गई है और कस्तूरबा अस्पताल में दवाएं, मास्क, पीपीई किट, बेड, गहन चिकित्सा इकाई बेड, आइसोलेशन बेड, 200 से अधिक जांच किट, 2250 आरटीपीसीआर परीक्षण किट और 1000 स्व-परीक्षण किट उपलब्ध हैं.
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मुंबई में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या
बेड – 3295
आइसोलेशन बेड – 1276
ऑक्सीजन बेड – 1108
आईसीयू  – 441
लाइफ सपोर्ट सिस्टम बेड – 470
सेवन हिल अस्पताल में उपलब्ध बिस्तर
बेड – 1850
आइसोलेशन बेड – 910
ऑक्सीजन बेड – 620
आईसीयू बेड  – 320
वेंटीलेटर  – 360

 

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